पूरे प्रदेश में जालोर मादक पदार्थ तस्करी का गढ़ है। सांचौर, चितलवाना और रानीवाड़ा क्षेत्र में स्मैक, हेराईन और अफीम मिलना आम बात है। रानीवाड़ा में तो स्मैक का गढ़ बन गया है। रानीवाड़ा शहर सहित क्षेत्र के सेवाडा, सरनाउ, करडा, कुडा, हिरपुरा सहित कई गावों मे अवैध रूप से स्मैक बिक रही है। रानीवाड़ा में शहर में पुराना बस स्टैण्ड के पास, इन्द्रा कॉलोनी के पास, सांचौर रोड सहित होटलो एवं ढाबों पर आसानी से खुलेआम स्मैक बेची जा रही हैं। शहर सहित ग्रामीण इलाकों में उच्चे दामों में अवैध स्मैक का कारोबार हो रहा हैं। कई युवा इस कार्य में लिप्त है। अक्सर देखा जाता है कि नशे के आदि व्यक्ति कहीं भी स्मैक की पर्चियों में स्मैक लेते हैं। चाहे वह सार्वजनिक स्थान हो या फिर खुला मैदान, इतना ही नही इस तरह का नशा करने वाले लोग सड़क के किनारे भी बैठ कर चिलम चढ़ाने लगते हैं। जानकारी के अनुसार स्मैक का कारोबार अधिकतर युवा एवं छोटे तबके के लोग कर रहे हैं। पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से बेखौफ कारोबारी नशे के नाम पर मौत के सामान को खुले तौर से बांट रहे हैं।