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Photos: लाक्षागृह बना आलिशान बंगला और मौत की नींद सो गए परिवार के 5 लोग, पुलिस अफसरों के भी झलके आंसू

लाक्षागृह बना आलिशान बंगला और मौत की नींद सो गए परिवार के 5 लोग, पुलिस अफसरों के भी झलके आंसू

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जयपुर

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Dinesh Saini

Jan 13, 2018

Vidhyadhar Nagar Fire

जयपुर के विद्याधर नगर में स्थित ‘शांति कुंज’ में शुक्रवार आधी रात के बाद मौत का ऐसा तांडव मचा कि परिवार के मुखिया और अगली पीढिय़ों को लील गया। परिवार के सबसे बुजुर्ग सदस्य और उनके तीन पोते-पोतियों की मौत के साथ ही परिवार के एक अन्य सदस्य की भी मौत हो गई। (सभी फोटो - राकेश जोशी)

Vidhyadhar Nagar Fire

हादसा इतना भयावह था कि जब बंगले से बुरी तरह से झुलसे लोगों को निकाला गया तो स्थानीय लोगों के साथ ही पुलिस के कुछ अफसरों के भी आंसू निकलने लगे।

Vidhyadhar Nagar Fire

देर रात दो बजे से तीन बजे के बीच जब यह हादसा हुआ तो पूरी कॉलोनी अपने-अपने घरों से बाहर आ गई और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई।

Vidhyadhar Nagar Fire

लोहे के बड़े कारोबारी महेन्द्र और उनके बेटे संजीव कई सालों से यहां रह रहे थे। संजीव की दो बेटियां अपूर्वा (21) और अर्पिता (24) अपने दादा का विशेष ख्याल रखती थीं। संजीव का बेटा अनिमेश (18) और भांजा शौर्य (23) भी बीती रात घर पर ही मौजूद था। संजीव और उनकी पत्नी किसी काम से आगरा गए थे।दादा की देखभाल के लिए ही दोनों पोतियां उनके रूम के साथ वाले रूम में ही सोती थीं। बीती रात भी दोनों पोतियां दादा को खाना खिलाने के बाद सोयी थीं। पोता अनिमेश और शौर्य पहली मंजिल पर सोए थे।

Vidhyadhar Nagar Fire

देर रात संभवत: दादा महेन्द्र गर्ग (75) के लिए हीटर ऑन किया होगा और उसके कुछ देर बाद ही बंगले में शॉर्ट सर्किट हुआ होगा।

Vidhyadhar Nagar Fire

आग इतनी भयावहता थी कि लोहे की एक अलमारी के अंदर रखे कपड़े और सामान तक राख हो गए।

Vidhyadhar Nagar Fire

ग्राउंड फ्लोर की पूरी वायरिंग जलकर नष्ट हो चुकी है। किचन और किचन के बाहर रखे दो सलेंडर भी धमाके के साथ फटे थे। मौके से सिलेंडर के फटे टुकड़े भी मिले हैं। किचन और ग्राउंड फ्लोर में बने हॉल पूरी तरह से जलकर नष्ट हो चुका है।