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पूर्व सांसद करण सिंह यादव का भंवर जितेंद्र पर आरोप, अलवर में चहेतों को टिकट की बंदरबांट

अलवर से कांग्रेस के पूर्व सांसद करण सिंह यादव ने हाईकमान से की अलवर के टिकट बंटवारे पर पुनर्विचार की मांग

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जयपुर। कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर असंतोष कम होने का नाम नहीं ले रहा है। चौथी और पांचवी सूची जारी होने के बाद जहां कई मौजूदा विधायकों और नेताओं ने अपने नाराजगी जाहिर की है तो वहीं अब अलवर से पूर्व सांसद करण सिंह यादव ने भी जिले के टिकट वितरण में धांधली के आरोप लगाए हैं।

करण सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और अलवर से सांसद रहे भंवर जितेंद्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यादव ने जयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अलवर जिले में टिकटों का वितरण सही नहीं हुआ है और इनमें जमकर धांधली हुई है। सिंह ने अपने चहेतों को टिकट की बंदरबांट की है। पार्टी हाईकमान को अलवर जिले के टिकट वितरण पर पुनर्विचार करना चाहिए।


यादव ने कहा कि कठूमर विधायक बाबूलाल बैरवा अच्छा काम कर रहे थे लेकिन उसके बावजूद भी उनका टिकट काट दिया गया। दीपचंद खेरिया बुजुर्ग हो चुके हैं लेकिन उन्हें टिकट दिया गया है। यादव ने कहा कि अलवर जिले में सर्वे के आधार पर टिकट नहीं दिए गए हैं, केवल एक व्यक्ति के कहने पर टिकट बांटे गए हैं।

जहां प्रभारी रहे वहां पार्टी की लुटिया डूबोई
यादव ने जितेंद्र सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं और कई राज्यों में प्रभारी रह चुके हैं लेकिन जहां भी प्रभारी रहते चुनाव हुए हैं वहां पर पार्टी की लुटिय डूबोने का काम किया। यादव ने कहा कि मैं बड़े अंतर से लोकसभा चुनाव जीता था लेकिन उन्होंने अपने संपर्कों के जरिए मुझे टिकट नहीं लेने दिया।


तिजारा में बसपा नेता को टिकट देने के सवाल पर करण सिंह यादव ने कहा कि तिजारा में दुर्रू मियांको टिकट नहीं दिया गया है, उनकी सभी वर्गों में अच्छी पकड़ थी लेकिन उन्हें दरकिनार करके बसपा से आए व्यक्ति को टिकट दे दिया अब वहां पर भाजपा एक तरफा जीत रही है।


उन्होंने कहा कि जितेंद्र सिंह को अलवर शहर से चुनाव लड़ना चाहिए था लेकिन हार के डर से वो चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अच्छी योजनाएं चलाई हैं लेकिन जिस तरह से टिकटों की बंटरबांट हुई है। उसके बाद अलवर जिले में कांग्रेस की स्थिति अच्छी नहीं है, इसलिए मुख्यमंत्री को भी इस पर भी ध्यान देना चाहिए।