प्रदेश में स्कूल खोलने पर मंथन— प्रदेश में जब पिछले साल मार्च में कोरोना आया था और लाखों लोग इससे प्रभावित हुए थे। देश में कई माह तक लॉक डाउन रहा। बीच में हालात थोड़े सुधरे लेकिन स्कूल नहीं खोले गए। इस साल मार्च से वापस कोरोना की दूसरी लहर से देश में भयावह हालात हो गए। यहां तक कि इस वजह से दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा तक को कैंसिल कर दिया गया। अब हालात वापस से सुधर रहे है।राजस्थान में मरीजों की संख्या में गिरावट आई है। एक्टिव केस भी तीन सौ के करीब ही रह गए है। जयपुर में तो कल 3 ही मरीज आए थे। ऐसे में सरकार पर दबाव भी है किे प्रदेश में स्कूल खोले जाने चाहिए ताकि बच्चों की पढाई प्रभावित न हों।
बड़ी कक्षाएं शुरू करने पर विचार— राज्य के शिक्षा विभाग ने एक प्रस्ताव भी बनाया हैं जिसमें नवीं से बारहवीं कक्षा तक के बच्चों को स्कूल में बुलाए जाने की बात है। इसमें कोरोना गाइडलाइन को भी ध्यान में रखकर कई शर्ते भी लगाई गई है। अब सरकार आज की बैठक में इस बारे में विचार करेगी। साथ ही मंत्रियों से सुझाव लिए जाएंगे कि उनकी इस बारे में क्या राय है। इसके बाद ही कोई बड़ा फैसला होगा।
कई राज्यों में खुल रहे हैं स्कूल— देश के कई राज्यों में स्कूल खोलने की प्रक्रिया चल रही है। मध्यप्रदेश में 26 जुलाई से स्कूल खुलेंगे वहीं छत्तीसगढ में 2 अगस्त से स्कूल खोले जाएंगे। हरियाणा में स्कूल खोले गए है। अब राजस्थान सरकार सारे पहलुओं को ध्यान में रखकर फैसला लेगी। सरकार के ध्यान में ये भी है कि यदि स्कूल खोले जाएंगे तो बच्चों को खतरा नहीं रहे, इसकी पुख्ता व्यवस्था होनी चाहिए। वैक्सीनेशन का काम तेजी से किया जाना चाहिए हालांकि अभी सभी देश में वैक्सीन की उपलब्धता कम है और सभी राज्य इसकी मांग कर रहे है।