script4 IAS और 7 RAS की परफोर्मेंस से नाराज सरकार, 7 दिन का अल्टीमेटम | Government angry with the performance of 4 IAS and 7 RAS, 7 days | Patrika News

4 IAS और 7 RAS की परफोर्मेंस से नाराज सरकार, 7 दिन का अल्टीमेटम

locationजयपुरPublished: Dec 07, 2021 11:29:56 pm

Submitted by:

Bhavnesh Gupta

प्रशासन शहरों के संग अभियान में लापरवाही

4 IAS और 7 RAS की परफोर्मेंस से नाराज सरकार, 7 दिन का अल्टीमेटम

4 IAS और 7 RAS की परफोर्मेंस से नाराज सरकार, 7 दिन का अल्टीमेटम

भवनेश गुप्ता
जयपुर। राज्य सरकार के फ्लैगशिप प्रशासन शहरों के संग अभियान में लापरवाही बरतने वाले 4 आईएएस और 7 आरएएस अफसरों पर सरकार ने गहरी नाराजगी जताई है। ऐसे सभी अफसरों को नोटिस थमाया और हर स्थिति में सात दिन में परफोर्मेंस सुधारने की हिदायत दे दी है। इनमें प्रदेश के सभी दस नगर निगम आयुक्त और श्रीगंगानगर परिषद आयुक्त शामिल है। स्वायत्त शासन विभाग ने सभी को नोटिस जारी किए हैं। इसमें चेताया गया है कि राज्य सरकार के लगातार निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया, उलटे उदासीनता बरती गई। अभी तक इन सभी दस नगर निगमों में 19618 आवेदन आए हैं, लेकिन पट्टे केवल 6588 लोगों को ही दिए गए। सूत्रों के मुताबिक स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने भी ऐसे सभी निकायों पर नाराजगी जताई है, जो पट्टों के लिए इतनी रियायतों के बावजूद अपेक्षित परिणाम नहीं दे पा रहे हैं।

इन आयुक्त को दिया नोटिस
जयपुर नगर निगम ग्रेटर— यज्ञमित्र देव सिंह
जयपुर नगर निगम हैरिटेज— अवधेश मीणा
जोधपुर नगर निगम दक्षिण— अरुण कुमार पुरोहित
जोधपुर नगर निगम उत्तर— राजेन्द्र सिंह कविया
कोटा नगर निगम उत्तर— वासुदेव मालावत
कोटा नगर निगम दक्षिण— कीर्ति राठौड़
उदयपुर नगर निगम— हिम्मत सिंह बारहठ
बीकानेर नगर निगम— अभिषेक खन्ना
अजमेर नगर निगम— देवेन्द्र कुमार
भरतपुर नगर निगम— कमलराम मीणा
श्रीगंगानगर नगर परिषद— सचिन यादव
निगमों में बीकानेर फिसड्डी, अजमेर आगे

प्रदेश में 213 निकाय हैं और इनमें 10 नगर निगम हैं। ऐसे नगर निगम अन्य निकायों के मुकाबले पॉवरफुल हैं। बजट, संसाधन के लिहाज से ज्यादा सुदृढ़ हैं। इसके बावजूद यहां काम में लापरवाही बरती जा रही है। हालात यह है कि बीकानेर नगर में आवेदन के अनुपात में केवल 11.28 प्रतिशत लोगों को ही पट्टे दिए गए। जबकि, अजमेर ने सबसे ज्यादा 70 प्रतिशत तक पट्टे जारी किए, लेकिन अन्य कार्यों में पिछड़ा हुआ है। जयपुर ग्रेटर निगम केवल 20.84 प्रतिशत और हैरिटेज में 22.84 प्रतिशत ही पट्टे जारी किए जा सके।

फैक्ट फाइल
-19618 आवेदन आए पट्टों के लिए निगमों में
-6588 पट्टे जारी किए गए अभी तक
-5188 अस्वीकृत कर दिए आवेदन
-4.60 करोड़ रुपए राजस्व मिला

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