कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा द्वारा आरएसएस को लेकर दिए गए बयान पर भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड ने जवाबी हमला किया है।
जयपुर। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा द्वारा आरएसएस को लेकर दिए गए बयान पर भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड ने जवाबी हमला किया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अपनी पार्टी को मजबूत करने के बजाय राजस्थान को मजबूत करती तो प्रदेश की जनता खुश रहती। साढ़े चार साल में कांग्रेस ने केवल एक ही परिवार और एक ही व्यक्ति की चिंता की है। कांग्रेस के लिए अन्य किसी का कोई अस्तित्व नहीं है। उन्हें केवल राहुल गांधी और उनका परिवार ही दिखता है, जिसके पीछे पूरे देश के अंदर मौन व्रत का शो भी रखा गया था।
राठौड ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं की भाषा शैली इतनी बेलगाम हो चुकी है कि इन्हें चीजों का फर्क ही मालूम नहीं है। इनकी भाषा से इनकी परवरिश का पता चलता है। आरएसएस एक समाज सेवी संगठन है जो अपना सबकुछ त्याग करके राष्ट्र के समाज को मजबूत करने वाला संगठन है। राष्ट्रसेवा करने वाले सभी संगठन भाजपा के साथ हैं और हमारे लिए राष्ट्र प्रथम है। जो व्यक्ति आरएसएस को बिल खोजने को कह रहे हैं, वे 2023 के चुनाव के बाद अपना बिल खोज लें।
महिला दुष्कर्म के खिलाफ मौनव्रत क्यों नहीं ?
राठौड ने महिला उत्पीड़न पर कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि ये लोग महिला दुष्कर्म के खिलाफ क्यों नहीं खड़े होते, तब ये लोग मौनव्रत क्यों नहीं रखते। प्रदेश के भीतर जिस तरह से अलगाववादी ताकतें सक्रिय हैं, उनके खिलाफ कांग्रेस के लोग क्यों नहीं बोलते। प्रदेश में खनन माफिया, बेलगाम अपराध और पेपर लीक जैसे मामलों पर ये लोग क्यों नहीं बोलते। इसलिए यह स्पष्ट है कि कांग्रेस केवल अपने संगठन को मजबूत करने में जुटी है प्रदेश की बदहाली की इन्हे कोई चिंता नहीं है।
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झगड़े में पिसती रही जनता
कांग्रेस की गुटबाजी पर कटाक्ष करते हुए राठौड़ ने कहा कि साढ़े चार साल तक रोज कुर्सी की लड़ाई होती रही और हर रोज प्रदेश की जनता इस झगड़े में पिसती रही। कांग्रेस ने केवल प्रदेश को एक किनारे धकेलकर केवल सत्ता की ही राजनीति की। इन लोगों ने महिला, युवा और किसान की कोई सुध नहीं ली, और ना ही भ्रष्टाचार को रोकने की कोशिश की।