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हनुमान बेनीवाल ने अब सचिन पायलट को दे डाली ये बड़ी सलाह, सियासी गलियारों में खूब चर्चाएं

-हनुमान बेनीवाल ने कहा, अगर सचिन पायलट खुद की पार्टी बनाते हैं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी उनके साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेगी, बेनीवाल का आरोप, राजस्थान में 24 साल से वसुंधरा- गहलोत का गठबंधन चल रहा है

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जयपुर। पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के घोटालों की जांच की मांग को लेकर अपनी सरकार के खिलाफ अनशन करने वाले पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और सांसद हनुमान बेनीवाल का बड़ा बयान सामने आया है। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलट को अनशन के बाद कांग्रेस पार्टी छोड़ने की घोषणा करनी चाहिए और खुद की पार्टी बनाकर विधानसभा चुनाव में उतरना चाहिए।

हनुमान बेनीवाल ने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सचिन पायलट अगर खुद की पार्टी बनाकर विधानसभा चुनाव में उतरते हैं तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) उनके साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेगी। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी शेखावाटी और मारवाड़ में मजबूत स्थिति में हैं अगर सचिन पायलट हमारे साथ आते हैं तो पूर्वी राजस्थान और हाड़ौती में भी हम मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे और सरकार बनाएंगे।

24 साल से चल रहा है वसुंधरा-गहलोत गठबंधन
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और सांसद हनुमान बेनीवाल ने आरोप लगाया कि राजस्थान में 24 साल से वसुंधरा और गहलोत का गठबंधन चल रहा है। 1998 में यह गठबंधन शुरू हुआ था और अभी तक गठबंधन चल रहा है, हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मैं लगातार वसुंधरा के भ्रष्टाचार के मामलों को उठाता रहा हूं इसलिए मुझे भाजपा से निकाला गया था।

उन्होंने कहा कि 2008 में अशोक गहलोत ने अपने चुनाव घोषणापत्र में कहा था कि सत्ता में आए तो वसुंधरा सरकार के घोटालों की जांच करेंगे लेकिन सरकार में आने के बाद अशोक गहलोत ने माथुर आयोग को इतना कमजोर बनाया की हाईकोर्ट ने उसे रद्द कर दिया।

चेहते अफसर ही प्रमुख पदों पर
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि चाहे वसुंधरा की सरकार हो या अशोक गहलोत की सरकार हो, कुछ चुनिंदा अफसर ही दोनों सरकारों में प्रमुख पदों पर रहते हैं, इससे साफ है कि दोनों के बीच गठबंधन चल रहा है। 24 साल से चल रहे इस गठबंधन ने राजस्थान को गर्त में पहुंचा दिया है।

वसुंधरा ने गिरने से बचाई थी गहलोत सरकार
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलट ने साल 2020 में जब बगावत की थी तब वसुंधरा ने अपने 8 विधायकों को अशोक गहलोत के पास भेजा था और मुख्यमंत्री गहलोत भी अपने कांग्रेस विधायकों को बोल चुके थे कि अगर कोई जाना चाहता है तो जाए उन्हें फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि वसुंधरा ने अपने 8 विधायक भेज दिए हैं, इससे साफ है कि राजे उस वक्त अशोक की सरकार बचाई थी। यही वजह है कि हाल ही में अशोक गहलोत ने जब नए जिलों की घोषणा की थी तो राजे के करीबी कैलाश मेघवाल के निर्वाचन क्षेत्र शाहपुरा को जिला बनाने की घोषणा की थी।

जन भावनाओं को समझें पायलट
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलट को जन भावनाओं को समझना चाहिए, जनता की मंशा है कि राजस्थान को कांग्रेस और बीजेपी से मुक्ति मिलनी चाहिए क्योंकि बीजेपी ने अग्निपथ और कृषि कानून जैसे काम करके लोगों को परेशान करने का काम किया है। किसान और युवा इन दोनों दलों से मुक्ति पाने के लिए एक उपयुक्त मंच तलाश रहे हैं, इसलिए सचिन पायलट को जनमानस की भावना का सम्मान करते हुए खुद की पार्टी बनानी चाहिए और हमारे साथ गठबंधन करना चाहिए।


तीसरी सरकार ही कराएगी गहलोत- वसुंधरा के घोटालों की जांच
बेनीवाल ने कहा कि अशोक गहलोत वसुंधरा सरकार के घोटालों की जांच नहीं करवाते हैं और वसुंधरा गहलोत सरकार घोटालों की जांच नहीं करवाती हैं, अब जब तीसरी पार्टी की सरकार आएगी तभी इन दोनों सरकारों के घोटालों की जांच करवाई जाएगी।

कांग्रेस ने किया पायलट को किनारे
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलट बार-बार यह कहना छोड़ दें कि वो कांग्रेस में हैं कांग्रेस में ही रहेंगे, सचिन पायलट से कांग्रेस पार्टी के तमाम नेताओं ने पल्ला झाड़ लिया है और उन्हें किनारे कर दिया है वह लंबे समय से पार्टी में किसी पद पर नहीं हैं, इसलिए अब सचिन पायलट को समझ जाना चाहिए और कांग्रेस को अलविदा कहना चाहिए।

वीडियो देखेंः- Sachin Pilot पर ये क्या बोल गए मंत्री Ramlal Jat | Congress | Rajasthan Patrika


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