Jagannath Mela : जयपुर। इन दिनों पूरे देश में भगवान जगन्नाथ की सवारियां निकल रही हैं। वहीं राजस्थान के एक जिले में इस अवसर पर चार दिवसीय मेले का आयोजन शनिवार से शुरू हो गया है। सोमवार को मेला लगेगा। इस कारण अलवर जिले में जिला कलक्टर की ओर से स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। सात जुलाई को स्कूल-कॉलेज सहित सभी सरकारी दफ्तरों में अवकाश रहेगा।
अलवर जिले में इस समय भगवान जगन्नाथ का मेला शुरू हो गया है। भगवान जगन्नाथ रूपबास पहुंच गए हैं। अब वैवाहिक रस्में प्रारंभ हो गई हैं। रविवार को वरमाला होगी। इसके बाद 7 जुलाई को रूपबास में मेला रहेगा। इस दिन का सार्वजनिक अवकाश भी घोषित किया गया है।
देवशयन एकादशी पर सुबह मां जानकी की सवारी पुराना कटला स्थित जगन्नाथ मंदिर से सुबह 8 बजे रूपबास के लिए रवाना हुई। इसके बाद विवाह की सभी रस्में शुरू हुई। भगवान के चतुर्भुज रूप के दर्शन भी इसी दिन हुए।
जगन्नाथ भगवान के रूपबास पहुंचने के साथ ही यहां पर मेला प्रारंभ हो गया है। मंदिर के महंत पं. राजेंद्र शर्मा ने बताया कि देवशयनी एकादशी पर वर्ष में एक बार ही भगवान जगन्नाथ चतुर्भुज रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं। इसी रूप में उनका जानकी मैया से विवाह होता है। एकादशी पर चरणों के दर्शन का विशेष महत्व माना गया है।
भगवान जगन्नाथ के रूपबास पहुंचने के बाद से ही पुराना कटला जगन्नाथ मंदिर में विराजमान बूढ़े जगन्नाथजी के दर्शनों के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही हैं। बुजुर्ग भक्तों की संख्या अधिक है जो अपने पोते-पोतियों को दर्शनों के लिए ला रहे हैं। मंदिर में भक्ति संध्या में भी भक्त भजनों की प्रस्तुति दे रहे हैं।
Published on:
06 Jul 2025 09:13 pm