राजस्थान में इस मानसून सीजन ने अब तक सामान्य से 61 फीसदी अधिक बारिश (IMD Heavy Rainfall) का रिकॉर्ड बनाया है। 1 जून से 12 सितंबर के बीच औसतन 412.8 मिमी बारिश की तुलना में इस सीजन में कुल 664.4 मिमी बारिश हो चुकी है।
डिप्रेशन का प्रभाव: मध्य प्रदेश से आया सिस्टम IMD Heavy Rain Alert
मध्य प्रदेश के ऊपर बना डिप्रेशन अब दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर पहुंच चुका है। इसके अगले 24 घंटों में उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और कमजोर होकर वेलमार्क लो प्रेशर (WML) बनने की संभावना है। इस प्रणाली के प्रभाव से भरतपुर, जयपुर, और कोटा संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ भारी बारिश (IMD Heavy Rainfall) हो सकती है। वहीं, अजमेर और उदयपुर संभाग में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
भारी बारिश की गतिविधियों में कमी: भविष्य का पूर्वानुमान IMD Heavy Rain Alert
13 सितंबर से राज्य में भारी बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान में मेघगर्जन के साथ बारिश (Heavy Rainfall) की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। 14 से 17 सितंबर के दौरान, राज्य के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की उम्मीद है, और केवल कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
पूर्वी राजस्थान में लगातार बारिश और जलभराव की स्थिति
बंगाल की खाड़ी से आए वेदर सिस्टम के प्रभाव से राजस्थान के पूर्वी हिस्से में भारी बारिश (IMD Heavy Rainfall) हुई है। भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, बारां, और दौसा में लगातार तेज बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। शुक्रवार को प्रदेश के सात जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, और कई स्थानों पर बिजली गिरने के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र की तात्कालिक चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से आया वेलमार्क लो-प्रेशर सिस्टम अब उत्तर की ओर बढ़ रहा है और धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। इसके चलते राज्य में भारी बारिश (Heavy Rainfall) की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है, जबकि उत्तर-पूर्वी राजस्थान में मेघगर्जन के साथ बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी।
आगामी दिनों के मौसम की स्थिति
14 से 17 सितंबर के बीच हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मध्य प्रदेश के ऊपर बना डिप्रेशन दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर पहुंच चुका है और इसके प्रभाव से भरतपुर, जयपुर, और कोटा संभाग में भारी बारिश की संभावना है। अजमेर और उदयपुर संभाग में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। राजस्थान के निवासियों को इन मौसम पूर्वानुमानों के अनुसार तैयारी करने की सलाह दी जाती है। बारिश के कारण सड़कें और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर प्रभावित हो सकते हैं, अतः सतर्क रहना आवश्यक है।