अग्रवाल परिवार के व्यापारिक ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी सक्रिय हो गया है। छत्तीसगढ के साथ मध्यप्रदेश में भी ईडी की टीम पहुंच रही है। मनी लॉड्रिंग और फेमा (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) नियमों के उल्लंघन की आशंका को ध्यान में रखकर आयकर विभाग जांच में जुटा है।
आईटी को विदेशों में गलत तरीके से करोड़ों के निवेश का अंदेशा है। इस निवेश में फेमा का उल्लंघन होने की आशंका के चलते जांच चल रही है। प्रवर्तन निदेशालय इन्हीं तथ्यों के आधार पर अग्रवाल परिवार पर शिकंजा कस रहा है। ईडी की टीम की शाम तक भोपाल पहुंचने की चर्चा है।
फेमा का उल्लंघन तो होगी कार्रवाई फेमा का उद्देश्य भारतीय कंपनियों द्वारा देश के बाहर और भारत में विदेशी कंपनियों द्वारा व्यापार के संचालन के कुछ पहलुओं को नियंत्रित करना भी है। इसके उल्लंघन पर अर्थ दंड की सजा का प्रावधान है।
मनी लॉड्रिंग मिली तो होगी जेल काले धन को वैध बनाने का अवैध कारोबार मनी लॉड्रिंग है। मनी लॉड्रिंग करने के एक अन्य तरीके में अवैध धन से चल-अचल संपत्ति को खरीदा जाता है। जिनकी वास्तविक कीमत बहुत ज्यादा होती है, लेकिन टैक्स चोरी करते हुए इन संपत्तियों की कीमत बहुत कम बताई जाती है। यह आरोप साबित होने पर जेल तक का प्रावधान है।
यहां आयकर छापे अग्रवाल परिवार के देशभर के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है। इनमें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और राजस्थान के कार्यालय शामिल है। बताया जा रहा है कि बड़े स्तर पर टैक्स चोरी के हालात सामने आए हैं। इस कार्रवाई में 800 से अधिक आयकर अधिकारी और पुलिसकर्मी शामिल हैं।