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देश का पहला हाथी गांव बसा है जयपुर में

इस गांव में रहते हैं हाथीहाथियों के साथ सैलानी करते हैं मस्तीदुनिया का तीसरा हाथी गांव है जयपुर मेंदेश का पहला हाथी गांव बसा है जयपुर मेंयहां रहते हैं 109 हाथीदेश विदेश से आते हैं सैलानी100 एकड़ में बसा है हाथी गांव

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जयपुर

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Rakhi Hajela

Sep 10, 2019

देश का पहला हाथी गांव बसा है जयपुर में

देश का पहला हाथी गांव बसा है जयपुर में

क्या आपने कभी ऐसे गांव के बारे में सुना है जो सिर्फ हाथियों के लिए बसाया गया हो। ऐसा एक गांव जयपुर में है जिसे हाथी गांव के नाम से जाना जाता है। यहां हाथियों के रहने के लिए वे सारे प्रबंध हैं, जिसे देखने देश.विदेश के सैलानी यहां आते हैं। जयपुर में आमेर फोर्ट के पास कुंडा गांव में एलिफेट विलेज बसा हुआ है, जहां देश विदेश के पर्यटक हाथी सफारी का आनंद लेने आते हैं। इससे पर्यटक न केवल सफारी का लुत्फ उठा पाते हैं बल्कि उन्हें हाथियों की जीवनशैली को पास से जानने का अवसर मिल रहा है।
आपको बता दें कि जयपुर में बसा यह हाथी गांव दुनिया का तीसरा और भारत का पहला हाथी गांव है। देश का यह एकमात्र हाथी गांव अपने आप में बेहद अनूठा है जिसे केवल हाथियों के लिए बसाया गया है। 100 एकड़ में इस गांव को बसाया गया है। यही वजह है कि इसे देखने के लिए देश विदेश से सैलानी आते हैं।
देश आजाद होने के बाद जब आमेर फोर्ट को सरकार ने आम लोगों के लिए खोला तो यहां एलिफेंट राइडिंग लोगों के बीच खासी लोकप्रिय हुई। एेसे में आमेर के पास दिल्ली रोड पर एक गांव में हाथियों के रखने की व्यवस्था की गई। राज्य सरकार ने इस गांव में हाथियों की बढ़ती संख्या को देखकर वर्ष 2008 में इसे हाथी गांव घोषित कर दिया। अभी इस गांव में १९० हाथी हैं। आमेर में स्थित यह गांव देश का एक मात्र हाथी गांव है जहां पर असम और केरल के हाथी है इन हाथियों के रहने के लिए थान बने हुए है। एक ब्लॅाक में तीन थान हैं और इस गांव में लगभग 20 ब्लॉक हैं। हाथी की पहचान के लिए हर हाथी के कान के पास माइक्रोचिप लगाई जाती है। जिसमें हाथी का नाम और हाथी की पहचान के लिए माइक्रोचिपसरकारी रजिस्ट्रेशन नंबर फीड होता है।