पुलिस ने बताया कि पटियाला निवासी युवती ने रिपोर्ट में बताया कि वर्ष 2018 में फेसबुक पर मनीष मीणा से दोस्ती हुई। फिर एक कार्यक्रम में मुलाकात हुई। दोनों के बीच मोबाइल पर बातचीत होने लगी। पीडि़ता जयपुर में काम से आई थी। तब मनीष ने मिलने के बहाने भांकरोटा स्थित एक बिला में बुलाया। यहां नशीली पेय पिलाकर बलात्कार किया। आरोपी ने अश्लील वीडियो भी बनाए। किसी को बताने पर जान से मारने और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। बाद में कई बार ब्लैकमेल कर बलात्कार किया और पीडि़ता गर्भवती हो गई तो गर्भपात करवा दिया।
आरोपी ने झांसा देने के लिए पंजाब पहुंचकर एक गुरुद्वारा में शादी कर ली। तब पीडि़ता को पता चला कि आरोपी पहले से शादीशुदा है। मनीष को इस संबंध में टोका तो धमकाने लगा। आरोपी के पिता ने भी धमकाया और कहा कि वे बड़े प्रशासनिक अधिकारी पद पर हैं।
पिता नारकोटिक्स में थे, तब रिश्वत लेते पकड़ा आरोपी मनीष मीणा के आइआरएस पिता सहीराम नारकोटिक्स ब्यूरो में करीब तीन वर्ष पहले अतिरिक्त आयुक्त पद पर थे। तब एसीबी ने अतिरिक्त आयुक्त मीणा को एक लाख रुपए रिश्वत लेते पकड़ा था। एसीबी को सहीराम मीणा की संपत्ति का आंकलन करने में दस दिन से भी अधिक का समय लगा था। जयपुर स्थित मकान से मीणा की अथाह संपत्ति के दस्तावेज मिले थे।