
जयपुर। राजू ठेहट हत्याकांड में आरोपियों को पकड़ने में यूं तो पूरी पुलिस टीम का सहयोग रहा, लेकिन हथियारों से लैस आरोपियों तक पहुंचने में सबसे आगे थानाधिकारी मनीष शर्मा व रींगस थानाधिकारी हिम्मत सिंह रहे। आरोपियों ने सामने से फायरिंग की, लेकिन दोनों पीछे नहीं हटे। गुढ़ागौडज़ी थाने में रींगस थानाधिकारी ने बदमाशों के खिलाफ राजकार्य में बाधा तथा आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज करवाया है। थानाधिकारी वीरसिंह गुर्जर ने बताया कि रींगस थानाधिकारी हिम्मत सिंह ने रिपोर्ट दी कि शनिवार देर शाम से ही दोनों जिलों की पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी।
राजू की तरह तुम लोगों को भी गोली मार देंगे
पुलिस टीम रविवार सुबह साढे दस बजे पौंख की पहाड़ियों पर पहुंची। जहां पहाड़ी के ऊपर एक पेड़ के नीचे तीन युवक बैठे नजर आए। जिसके बाद शंका होने पर पुलिस निरीक्षक मनीष कुमार शर्मा अन्य पुलिसकर्मियों के साथ उस स्थान पर पहुंचे। पुलिस ने उन युवकों को कानून के हवाले कर देने की बात कही।
उन युवकों ने पुलिस निरीक्षक मनीष शर्मा व टीम को धमकी दी कि वे लोग राजू की तरह तुम लोगों को भी गोली मार देंगे। जिसके बाद उनमें मुठभेड़ शुरू हो गई। युवकों ने पुलिस की तरफ फायरिंग की। जिसके बाद पुलिस ने भी बचाव करते हुए युवकों की तरफ फायरिंग की। थोड़ी देर बाद पुलिस ने तीनों बदमाशों को दबोच लिया। गुढ़ागौड़जी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने बॉर्डर पार नहीं करने दिया
एएसपी डॉ. तेजपालसिंह ने बताया कि पुलिस की हरियाणा बोर्डर पर की गई कड़ाई काम आई। यह तीसरा मामला है, जिसमें अपराधी झुंझुनूं जिले से हरियाणा में प्रवेश नहीं कर सके और वापस आने पर पुलिस की गिरफ्त में आ गए। गुन्नू अपहरण कांड के अपराधी के बाद राजू ठेहट हत्याकांड के अपराधियों को पुलिस ने बॉर्डर पार नहीं करने दिया गया।
सीकर में राजू ठेहट की हत्या कर भागे अपराधियों का इनपुट पुलिस को दोपहर करीब एक बजे उस समय मिला। आरोपियों ने बबाई में नाकाबंदी के दौरान फायरिंग की। नाकाबंदी में ग्रामीणों का भी सहयोग लिया गया। ऐसे में अपराधियों ने उदयपुरवाटी क्षेत्र का रास्ता पकड़ लिया। गुढ़ापौख के पास हरियाणा के तीनों अपराधी गाड़ी से उतर गए। मनीष और विक्रम गाड़ी लेकर हरियाणा जाने के लिए नीमकाथाना क्षेत्र में निकल गए।
बेनीवाल ने एक मंत्री का लिया नाम
सांसद हनुमान बेनीवाल सीकर के एसके अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने में शामिल हुए। उन्होंने मामले में एक मंत्री का हाथ होने की बात कहते हुए सीबीआइ, एसओजी व एनआइए से जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा, जरूरत पड़ी तो आंदोलन के साथ हाईवे भी जाम करेंगे।
पुलिस ने आरोपों को गलत बताया
भाजपा नेता एवं उदयपुरवाटी से पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने भी वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि आरोपी पौंख गांव में जिस जगह मिले हैं। वह जगह एक मंत्री के नजदीकी रविन्द्र सिंह की है। इस जगह पर अवैध रूप से विस्फोटक सामग्री भी रहती है। वहीं रविन्द्र सिंह ने वीड़ियो जारी कर कहा कि आरोपी उसके घर से बल्कि तीन से चार किलोमीटर दूर पकड़े गए हैं। उन पर आरोप लगाने वालों के खिलाफ वे कोर्ट में जाएंगे। वहीं, एडीजीपी मेहरड़ा ने आरोपों को गलत बताया है।
Published on:
05 Dec 2022 02:41 pm
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