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सुनामी आने पर करें अपना बचाव,तैयार, सतर्क और शांत रहना है जरूरी

सुनामी है कुदरत का कहरग्लोबल वार्मिंग से बढ़ा सुनामी का खतरासुनामी आने पर करें अपना बचावतैयार, सतर्क और शांत रहना है जरूरी  

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जयपुर

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Rakhi Hajela

Nov 05, 2019

सुनामी आने पर करें अपना बचाव,तैयार, सतर्क और शांत रहना है जरूरी

सुनामी आने पर करें अपना बचाव,तैयार, सतर्क और शांत रहना है जरूरी

समुद्र में आए भूकंप से या ज्वालामुखी विस्फोट ( Volcanic Eruptions ) से जो समुद्री लहरें उठती हैं और दूर.दूर तक जा सकती है, उन्हें सुनामी ( Tsunamis ) कहा जाता है। इस तरह सुनामी ( Tsunamis ) की परिभाषा में ही एक दोहरा संकट निहित है। एक ओर तो भूकंप ( EarthQuake ) का संकट तो दूसरी ओर, समुद्री लहरों के समुद्र तट पर प्रवेश करने के बाद जो विनाश होता है उसका संकट। आरंभ में सुनामी लहरों की ऊंचाई कम होती है पर जैसे.जैसे ये लहरें समुद्र तट के पास पहुंचती हैं, इनकी ऊंचाई बढ़ती जाती है। अभी तक की सबसे ऊंची सुनामी लहर इंडोनेशिया के क्राकाटो ज्वालामुखी विस्फोट से उत्पन्न सुनामी के समय देखी गई है। उस समय लहरें 30 मीटर की ऊंचाई तक पहुंच गई थी। इतनी ऊंची लहर में तो बहुमंजिला इमारतें भी संकटग्रस्त हो जाएंगी। सामान्यत सुनामी की लहर 10 मीटर से ऊंची नहीं होती है। अगर आप कभी सुनामी में फंस जाएं तो आपको अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के उपायों की जानकारी होनी चाहिए। सुनामी से बचने के लिए आपको तैयार, सतर्क, और शांत बने रहना होगा। आइए हम बताते हैं वह तरीके जिनसे आप सुनामी से बच सकते हैं।

सुनामी में अपना बचाव
ध्यान दें, खासकर भूकंप के आने के बाद: अगर आप तटीय क्षेत्र में रहते हैं, तो भूकंप की घटना का तात्कालिक कारण, अलार्म, और अस्पष्ट कार्रवाई होनी चाहिए।

तटीय जल में तेजी से वृद्धि और गिरावट पर ध्यान दें: अगर समुद्र अचानक पीछे जाकर वापस आ जाए और खाली रेत को छोड़ दे, तो यह एक बड़ी चेतावनी का संकेत है कि पानी में अचानक अंतर्देशीय वृद्धि होने वाली है।

पशुओं में अजीब व्यवहार के परिवर्तन: पशुओं का अपनी जगह को छोडऩा, मनुष्यों के पास शरण लेने की कोशिश करना, असामान्य व्यवहार, या एक साथ समूह बनाना जो वे आमतौर पर नहीं करते हैं।


अपने सामान के बारे में ना सोचें: अगर सुनामी आ जाए, तो संपत्ति को नहीं, लोगों को बचाएं। अगर आप चीजों को बटोरने में लग जाएंगे, तो आपका समय खत्म हो जाएगा और आपकी जान मुश्किल में पड़ सकती है।

ऊंची भूमि पर जाएं: सब से पहले आपको तट,झील, या पानी के अन्य निकायों से दूर भाग कर ऊंची भूमि पर जाएं। समुद्र के स्तर से 2 मील या 100 कदम ऊपर की ओर चले जाएं।

ऊंची भूमि पर चढ़ाई करें: अगर आप नीचे या अंदर नहीं जा पा रहें हैं क्योंकि आप फंस गए हैं, तो ऊंचाई पर चढ़ाई करें। भले ही यह सही ना हो क्योंकि संरचना भी ढह सकती है, लेकिन अगर आपके पास सिर्फ ये एक ही रास्ता रह गया है, तो एक उच्च मजबूत और ठोस इमारत को चुनें और उस पर चढ़ जाएं

अगर आप पानी में फंस गए हैं तो : कोई भी चीज जो पानी में तैर रही हो, उसे पकड़ें
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सुनामी के आने के बाद कैसे जीवित रहें ?
झटके और अतिरिक्त तरंगों से संभलें। सुनामी में कई घंटों तक लहरें आ सकती हैं। हर अगली लहर पहले वाली लहर से भी बड़ी हो सकती है। एेसे में इन बातों पर ध्यान दें:
विश्सनीय जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करें, रेडियो सुनें, जल्दी वापस जाकर अत्यधिक लहरों में फंसने से बेहतर है की इंतजार करें।
स्थानीय अधिकारी किस तरह से सूचना की घोषणा करेंगे, यह पता लगाएं । ध्यान रखें कि सुनामी की लहरों कि वजह से सारी सड़कें बर्बाद हो चुकी होंगी, और आपको विकल्प मार्गों का चयन करना पड़ सकता है।

सुनामी के थम जाने के बाद, आपको हर जगह मलबा दिखाई देगा। सुनामी के बाद आप अपने आपको, परिवार को, और समुदाय को बचाने के लिए क्या करेंगे इसकी जानकारी होनी चाहिए।

अगर आपके स्थानीय अधिकारियों ने कार्रवाई की योजना नहीं बनाई है, तो उन्हें सुझाव दें कि एक समुदाय कार्रवाई समूह बनाकर पोस्ट.सुनामी की योजना बनाएं।

सुनामी एक प्राकृतिक आपदा है। जिसकी कल्पना करने से ही इंसान के दिमाग में खौफ बैठ जाता है लेकिन
डरने से अच्छा है कि आप जाने लें कि सुनामी क्या है? और इससे बचाव के उपाय क्या है। इस तरह की स्थिति में सुचना और अलर्ट पर ध्यान देकर समय रहते अपनी सुरक्षा की जा सकती है।