
जयपुर.
भट्टा बस्ती क्षेत्र में 25 हजार से ज्यादा की आबादी की पेयजल जरूरतें पूरी करने के लिए बनाई गई 8 करोड़ की पेयजल परियोजना पर वन विभाग ने टंकी निर्माण की जगह को वन भूमि बता कर अड़ंगा लगा दिया है। वन विभाग के अफसरों ने जलदाय इंजीनियरों को नोटिस देकर टंकी निर्माण का काम बंद करने के लिए कहा है। उधर जलदाय विभाग के इंजीनियरों का कहना है कि जमीन वक्फ बोर्ड की है और वन विभाग को पत्र लिख दिया गया है।
भट्टा बस्ती में टंकी निर्माण के लिए दो माह पहले जलदाय मंत्री महेश जोशी ने भूमि पूजन किया था। परियोजना के तहत ठेका फर्म ने कुछ दिनों पहले टंकी निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया। 16 फरवरी को नाहरगढ़ अभयारण के क्षेत्रीय वन अधिकारियों ने जलदाय विभाग के इंजीनियरों को नोटिस थमा कर काम बंद करा दिया। नोटिस में वन अधिकारियों ने लिखा कि जहां टंकी का निर्माण हो रहा है वह वन क्षेत्र में है और कोई गैर वानिकी कार्य नहीं हो सकता।
उधर टंकी निर्माण का कार्य बंद हुआ तो जलदाय विभाग के इंजीनियरों में खलबली मची। जमीन असल में किसके नाम है इसकी पड़ताल शुरू हुई तो सामने आया है कि जमीन वक्फ बोर्ड की है और इस संबध में बोर्ड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सना सिद्दकी ने जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता को पत्र लिख कर बताया कि जमीन बोर्ड में पंजीकृत है।
हमने सर्वे कर लिया है,जहां टंकी का निर्माण हो रहा है वह जमीन वन भूमि में आती है। जलदाय विभाग पहले वन विभाग से क्लीयरेंस ले फिर काम शुरू करे। हमने काम बंद करने का नोटिस दे दिया है।
कपिल चंद्रावत
डीएफओ वन विभाग
जमीन वक्फ बोर्ड की है लेकिन वन विभाग इसे अपनी बता रहा है। इस विवाद का हल निकाला जा रहा है।
दीपक शर्मा
अधिशासी अभियंता,शास्त्री नगर
Published on:
19 Feb 2023 11:34 pm
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