27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मकर संक्रांति पर बन रहे ये खास संयोग… मिलेगा विशेष पुण्य

MAKAR SANKRANTI FESTIVAL जयपुर। मकर संक्रांति का त्योहार इस बार 14 जनवरी को मनाया जाएगा। इस दिन दिनभर पुण्यकाल रहेगा। Makar Sankranti पुण्यकाल सुबह 8.05 बजे शुरू होगा, जो शाम 5.50 बजे तक रहेगा, ऐसे में लेाग दिनभर दान—पुण्य करेंगे। वहीं इस दिन त्रिग्रही योग भी रहेगा। मकर राशि में शनि, बुध और सूर्य देव एक साथ रहेंगे।

2 min read
Google source verification
मकर संक्रांति पर बन रहे ये खास संयोग... मिलेगा विशेष पुण्य

मकर संक्रांति पर बन रहे ये खास संयोग... मिलेगा विशेष पुण्य

MAKAR SANKRANTI FESTIVAL जयपुर। मकर संक्रांति का त्योहार इस बार 14 जनवरी को मनाया जाएगा। इस दिन दिनभर पुण्यकाल रहेगा। Makar Sankranti पुण्यकाल सुबह 8.05 बजे शुरू होगा, जो शाम 5.50 बजे तक रहेगा, ऐसे में लेाग दिनभर दान—पुण्य करेंगे। वहीं इस दिन त्रिग्रही योग भी रहेगा। मकर राशि में शनि, बुध और सूर्य देव एक साथ रहेंगे।

ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि मकर संक्रांति पर इस बार तीन खास संयोग बन रहे है। इस दिन शुक्रवार और रोहिणी नक्षत्र का विशेष संयोग रहेगा। इस दिन रात 8.18 बजे तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा। रोहिणी नक्षत्र को काफी शुभ माना जाता है। इस दौरान स्नान और दान-पुण्य करना शुभ होता है। इसके अलावा मकर संक्रांति के दिन आनंदादि और ब्रह्म योग बन रहे है। सूर्य देव 14 जनवरी को दोपहर 2 बजकर 28 मिनट पर अपने पुत्र शनि की स्वामित्व वाली मकर राशि में आएंगे। वहीं शनि देव पहले से ही मकर राशि में है। बुध ने गत दिसंबर में मकर राशि में गोचर किया था। ऐसे में मकर राशि में एक साथ शनि, बुध और सूर्य देव रहेंगे, जिससे इस दिन त्रिग्रही योग भी बनेगा।

उन्होंने बताया कि शास्त्रों के अनुसार जब सूर्य धनु राशि की अपनी यात्रा को समाप्त करते हुए मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन से सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में आ जाते हैं। उत्तरायण को देवता का दिन कहा जाता है। इस बार मकर संक्रांति का त्योहार शुक्रवार को मनाया जा रहा है। इस वर्ष मकर संक्रांति पर खास तरह के शुभ संयोग बन रहे हैं। शुभ संयोग होने से मकर संक्रांति पर दान, स्नान और जप करने का महत्व बढ़ जाता है। मकर संक्रांति पर तिल और गुड़ का सेवन खासतौर पर किया जाता है। मान्यता है कि मकर संक्रांति पर की गई सूर्य पूजा अक्षय पुण्य के साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं।