
जयपुर। मानसरोवर में हाईमास्ट लाइट के खुले तार की चपेट में आने से 10 वर्षीय गौरव केसवानी की मौत हो गई थी। गुरुवार को निगम कोष से गौरव के परिजनों को चार लाख रुपए दिए गए। हालांकि, अभी जिम्मेदारों पर कार्रवाई होना बाकी है। इसके लिए आयुक्त ने हादसे के बाद जो जांच कमेटी बनाई थी, अब तक उसकी रिपोर्ट नहीं आई है। जबकि, सात दिन में रिपोर्ट पेश करनी थी।
आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव ने बताया कि जांच कमेटी अगले एक दो दिन में रिपोर्ट सौंप देगी। रिपोर्ट अंतिम चरण में है। जो भी दोषी होंगे, उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
पहले हुआ खूब विवाद
—हादसे के बाद मुआवजे की मांग को लेकर भाजपा मुखर हुई तो आरसी एंटरप्राइजेज से दो लाख रुपए का चेक लेकर कार्यवाहक महापौर शील धाभाई मृतक के घर पहुंची। इसके बाद विवाद शुरू हो गया।
—आरसी एंटरप्राइजेज ही वह कम्पनी है, जिसके पास मानसरोवर जोन में 30 हजार स्ट्रीट लाइट पोल के रखरखाव का काम है। कम्पनी ने काम सही तरह से नहीं किया और एक मासूम की जान चली गई।
—हादसे के बाद भी कम्पनी की कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं हुआ है। अभी भी मानसरोवर में कई जगह स्ट्रीट लाइट पोल के आस—पास बिजली के तार खुले पड़ेे हैं।
Published on:
07 Oct 2021 05:32 pm
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