13 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जयपुर ग्रामीण लोकसभा चुनाव नतीजों पर फिर गरमाई सियासत, सबसे कम अंतर से हारने वाले कांग्रेस प्रत्याशी ने बुलाई महापंचायत

जयपुर ग्रामीण सीट के परिणाम में कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चौपड़ा और भाजपा उम्मीदवार राव राजेंद्र की जीत का अंतर बहुत कम रहा है। जिसे लेकर अब अनिल चौपड़ा ने महापंचायत बुलाई है।

2 min read
Google source verification

Jaipur Rural Loksabha Seat : राजस्थान लोकसभा चुनाव पूरी तरह संपन्न हो चुके है। लेकिन सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल, जयपुर ग्रामीण सीट के परिणाम में कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चौपड़ा और भाजपा उम्मीदवार राव राजेंद्र की जीत का अंतर बहुत कम रहा है। जिसे लेकर अब अनिल चौपड़ा ने आज महापंचायत बुलाई है। बता दें कि परिणाम घोषित होने के समय काफी बवाल कटा। पीसीसी चीफ डोटासरा से लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने चुनाव आयोग पर कई आरोप लगाए।

अनिल चौपड़ ने बुलाई महापंचायत

जयपुर ग्रामीण से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अनिल चौपड़ा ने मानसरोवर के नजदीक गणपंतपुरा गांव में सुबह 11 बजे से होने वाली महापंचायत में कांग्रेस विधायकों कार्यकर्ताओं और समर्थकों को बुलाया गया है। चौपड़ा ने आरोप लगाया कि चुनाव में प्रशासन ने भाजपा से मिलीभगत कर गड़बड़ी की है, जिसके चलते भाजपा प्रत्याशी की जीत हुई हैं। महापंचायत में इस मामले को लेकर आगे क्या रणनीति अपनाई जाए उस पर सर्वसम्मति से फैसला लिया जाएगा।

यह भी पढ़ें : ‘राजस्थानी’ होगा भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष! संभावित चेहरों में ये तीन नाम सबसे ज़्यादा चर्चाओं में

यह भी पढ़ें : राजस्थान के इन 40 जिलों का बदल जाएगा नक्शा, भजनलाल सरकार ने दिए ये दिशा निर्देश

सबसे कम अंतर की हार रही इस सीट से

राजस्थान की जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर सबसे कम हार-जीत का फासला काफी कम रहा। जिसके बाद नतीजों को लेकर काफी हंगामा भी हुआ। कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चौपड़ा ने मतगणना को लेकर निर्वाचन आयोग को लिखित में शिकायत भी दी लेकिन देर शाम राव राजेंद्र को विजयी घोषित कर दिया गया। हालांकि राव राजेंद्र सिंह मात्र 1615 वोटों के अंतर से चुनाव जीते, जबकि इसी सीट पर पिछला लोकसभा चुनाव बीजेपी ने करीब 3 लाख 93 हजार के मार्जिन से जीता था।

यह भी पढ़ें : Good News: किसान संबल राशि 6000 रुपये से बढ़कर हुई इतनी, सम्मान निधि में होगा इजाफा