जयपुर। विद्युत स्पॉट बिलिंग व्यवस्था की रैंडम चैकिंग होगी। इसमें मौके पर ही जारी होने वाले बिल के तत्काल सिस्टम में अपडेशन तय करना, बिलिंग प्रिटिंग में गलती नहीं होना सुनिश्चित किया जाएगा। जयपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक ए.के. गुप्ता ने इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। क्रॉस चैकिंग करने की जिम्मेदारी भी संबंधित अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता व सहायक राजस्व अधिकारी की तय की गई है। इसके अलावा फील्ड में ली जा रही मीटर रीडिंग की सैम्पल जांच भी होगी। जनता से फीडबैक भी लिया जाएगा। बता दें कि राजधानी के आठ लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं को हर माह बिजली बिल उपलब्ध कराने का प्रोजेक्ट शुरू हुआ है। इसमें कहीं बिल में प्रिंटिंग अस्पष्ट है तो कहीं मौके पर होने के बावजूद रीडर दूसरे घरों में बिल छोड़कर जा रहे हैं।
आयोग के सुझाव पर अमल बिजली कंपनियों में अभी तक दो माह में एक बार उपभोक्ताओं को बिजली बिल दिया जा रहा था। लेकिन पिछली बार टेरिफ आदेश में राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग ने डिस्कॉम को उपभोक्ताओं से एकमुश्त राशि का भार कम करने और वित्तीय प्रबंधन के लिहाज से हर माह बिलिंग किए जाने का सुझाव दिया था। इसकी शुरुआत जयपुर डिस्कॉम प्रशासन ने करते हुए 12 शहरों में इसे प्रभावी कर दिया। जयपुर शहर में अब शुरू की गई है।