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जयपुर

100 करोड़ के पार्क पर रार…जेडीए की गलती, खमियाजा भुगत रहे लोग

निर्माण नगर-ई के पार्क में लगे प्रवेश निषेध के बोर्ड   फरवरी, 2022 में जेडएलसी में पार्क किया घोषित, काम शुरू किया तो दूसरे पक्ष ने रुकवाया  

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जयपुर. अजमेर रोड स्थित निर्माण नगर-ई में पार्क पर रार शुरू हो गई है। जेडीए ने पार्क की जैसे ही बाउंड्री का काम शुरू करवाया, दूसरे पक्ष ने इसे रुकवा दिया। जेडीए कोर्ट ने यथास्थिति के आदेश दिए, लेकिन दूसरे पक्ष ने मौके पर पार्क में प्रवेश निषेध के बोर्ड लगा दिए। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ लोग पार्क की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करना चाहते हैं। सात हजार वर्ग गज से ज्यादा पार्क की जमीन है। इसकी कीमत 100 करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है।

किसी को नहीं जाने दे रहेमामला जेडीए कोर्ट में है। कोर्ट ने यथास्थिति के आदेश जारी कर दिए। ट्रस्ट की ओर से पार्क में लगे बोर्ड पर प्रवेश निषेध के बोर्ड लगा दिए। इसकी वजह से लोग अब पार्क में नहीं जा रहे हैं। समिति संरक्षक रामरतन जांगिड़ और सुतीक्षणा भारद्वाज, सचिव विजय शर्मा, दिनेश टांक, सत्यनारायण गुप्ता का कहना है कि कॉलोनी में व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ रही हैं। यहां रहने वाले लोगों को पार्क की जरूरत है।

खास-खास

-फरवरी, 2022 में जोन लेवल कमेटी (जेडएलसी) में उक्त खाली जमीन को पार्क घोषित कर दिया।

-22.20 लाख रुपए का जेडीए ने पार्क में विकास कार्यों का जून, 2023 में कार्यादेश जारी किया।

ये है विवाद

-वर्ष 1983 में नवजीवन गृह निर्माण सहकारी समिति ने इस कॉलोनी को सृजित किया। इसी कॉलोनी में फैसेलिटी लैंड के लिए आरक्षित 10422 वर्ग गज जमीन का आवंटन सितम्बर, 1984 को जेडीए ने किडनी अस्पताल के लिए किया।

-जनवरी, 2002 में जेडीए ने आवंटन को निरस्त कर दिया। राज्य सरकार नेे जुलाई, 2003 में जेडीए को आवंटन बहाल करने के निर्देश दिए। लेकिन आज तक आंवटन बहाल नहीं हुआ।

-मार्च, 2022 में जेडीए ने कॉलोनी में खाली पड़ी जमीन में से 7112 वर्ग गज जमीन में पार्क निर्धारित कर दिया। जून, 2023 में यहां विकास कार्य शुरू करा दिए।

यह कॉलोनी में एकमात्र पार्क है। जेडीए खुद इसको पार्क घोषित कर चुका है। उसके बाद भी इस पर विवाद खड़ा किया जा रहा है। पहले यहां बच्चे झूला झूलते थे। अब जाने में डर लगता है।-विमल जैन, अध्यक्ष, निर्माण नगर-ई विकास समिति

हाल ही मैंने कार्यभार ग्रहण किया है। तथ्यों के आधार पर जो सही होगा वो किया जाएगा। जमीन आवंटन, निरस्त करने से लेकर पार्क विकसित करने जैसे सवालों के जवाब पता करके ही बता सकता हूं।-वीरेंद्र सिंह भाटी, जोन उपायुक्त