स्कैनर से एडमिट कार्ड होगा स्कैन
आईआईटी दिल्ली की ओर से जेईई एडवांस परीक्षा का आयोजन कल यानी रविवार को ऑनलाइन मोड में होगा। पहली बार इस परीक्षा में बार कोड का उपयोग किया जा रहा है। परीक्षा को मुन्ना भाइयों से बचाने के लिए परीक्षा केंद्र में बारकोड स्कैनर लगे होंगे। बिना किसी छात्र को छुए स्कैनर से एडमिट कार्ड स्कैन हो जाएगा। स्क्रीन पर छात्र की सारी जानकारी जांच अधिकारी के सामने होगी।
प्रदेश में राजधानी जयपुर सहित नौ शहरों में परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। यदि कोई परीक्षार्थी कोविड पॉजिटिव नहीं है लेकिन यदि उसे खांसी, जुखाम, बुखार आदि है तो वह आइसोलेशन रूम में बैठकर परीक्षा दे सकेगा। राजधानी के अलावा कोटा, अलवर, अजमेर, बीकानेर, सीकर, उदयपुर,जोधपुर, श्रीगंगानगर में परीक्षा होगी। कोटा में 11 वर्ष बाद 9 केन्द्रों पर परीक्षा होगी। परीक्षा दो पारियों में पहली पारी की परीक्षा सुबह नौ से 12 बजे तथा दूसरी ढाई से साढ़े पांच बजे के बीच होगी। परीक्षा के लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। जेई एडवांस परीक्षा का परिणाम पांच अक्तूबर को घोषित होगा। सफल अभ्यर्थियों को छह अक्तूबर से नौ नवम्बर तक सीट आवंटित की जाएगी।
देना होगा सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म
परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र में सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म दिया गया है, जिसमें कोविड.19 से संबंधित जानकारियां मांगी हैं। इस फॉर्म पर स्टूडेंट्स को समस्त जानकारी भरकर अपने और अभिभावकों के हस्ताक्षर करवाकर ले जाना होगा और पेपर शुरू होने से पहले परीक्षक के पास जमा करवाना होगा। स्टूडेंट्स को रिपोर्टिंग समय एसएमएस के माध्यम से दिया गया है। इसी टाइम के अनुसार ही उन्हें परीक्षा केंद्र पर रिपोर्ट करना होगा। स्टूडेंट्स को प्रवेश पत्र के साथ कोई भी एक आईडी प्रूफ साथ ले जाना होगा। रफवर्क करने के लिए हर पेपर में स्क्रेम्बल पैड दिया जाएगा, जिसे वे परीक्षा के बाद अपने साथ ले जा सकेंगे।
होगी नेगेटिव मार्किंग
परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग की जाएगी। एडवांस्ड में निगेटिव मार्किंग का ध्यान रखना जरूरी है। एक्सपर्ट अरुण कुलश्रेष्ठ के मुताबिक परिणाम टाई होने की स्थिति में जिस स्टूडेंट के धनात्मक अंक अधिक होते हैं, उसे प्राथमिकता दी जाती है। यानी मेरिट में प्राथमिकता प्राप्त करने के लिए ऋणात्मक अंकों का न्यूनतम होना आवश्यक है। धनात्मक अंक भी समान है तो फिर गणित के अंकों के आधार पर तथा गणित के अंक भी समान होने पर फिजिक्स के अंकों के आधार पर प्राथमिकता दी जाती है। फिजिक्स के अंक भी समान होने पर स्टूडेंट्स को सामान रैंक दे दी जाती है।
छात्रों के बीच दो कंप्यूटर रहेंगे खाली
केंद्र में एक छात्र से दूसरे छात्र केबीच छह फीट की दूरी को बनाए रखने के लिए बीच में दो कंप्यूटर खाली रहेंगे। परीक्षा में दोनों पेपर से पहले बैठने वाले एरिया, कुर्सी, टेबल, मॉनिटर, की.बोर्ड, माउस, डेस्क, दरवाजे, हैंडल, व्हीलचेयर दिव्यांग छात्रों के लिए आदि को सेनिटाइज किया जाएगा।