scriptमुकुंदरा के बफर जोन में चार रूट पर जल्द शुरू होगी जंगल सफारी | Jungle safari start soon on four routes in the buffer zone Mukundara | Patrika News

मुकुंदरा के बफर जोन में चार रूट पर जल्द शुरू होगी जंगल सफारी

locationजयपुरPublished: May 24, 2022 12:13:54 am

Submitted by:

Gaurav Mayank

रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद हाड़ौती के वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक और खुशखबर है। वन विभाग ने मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के बफर जोन में चार रूट निर्धारित करते हुए टाइगर रिजर्व क्षेत्र में सफारी के लिए गाइडलाइन तय कर दी है।

मुकुंदरा के बफर जोन में चार रूट पर जल्द शुरू होगी जंगल सफारी

मुकुंदरा के बफर जोन में चार रूट पर जल्द शुरू होगी जंगल सफारी

जयपुर। रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व (Ramgarh Vishdhari Tiger Reserve) का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद हाड़ौती के वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक और खुशखबर है। वन विभाग ने मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के बफर जोन में चार रूट निर्धारित करते हुए टाइगर रिजर्व क्षेत्र में सफारी के लिए गाइडलाइन तय कर दी है। इन पर बहुत जल्द सफारी प्रारंभ होने की संभावना है। स्पीकर ओम बिरला ने गत 22 मार्च को दिल्ली में आयोजित बैठक में अधिकारियों को जल्द से जल्द रूट तय करने के निर्देश दिए थे।
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व (Mukundra Hills Tiger Reserve) के बफर क्षेत्र में ईको-ट्यूरिज्म के संचालन के लिए बोराबास रेंज में बंधा-बग्गी रोड-अखावा-बलिंडा-बंधा मार्ग तय किया गया है। इसी तरह कोलीपुरा रेंज में नागनी चौकी चैक पोस्ट-कालाकोट-दीपपुरा घाटा-कान्या तालाब-नागनी चौकी चैक पोस्ट तथा मंदरगढ़ बेरियर-मंदरगढ़ तालाब-केशोपुरा-रोझा तालाब-मंदरगढ़ बेरियर मार्ग पर सफारी की जा सकेगी। चौथा रूट दरा रेंज में रहेगा। यहां मौरूकलां-बंजर-रेतिया तलाई-पटपडिया-सावनभादो रूट पर पर्यटक जंगल सफारी का लुत्फ ले सकेंगे। इसके अलावा चंबल घड़ियाल अभयारण्य और रथकांकरा रेंज में भी पर्यटन रूट खोलने की स्वीकृति प्रदान की गई है। रिजर्व क्षेत्र में पर्यटकों को जंगल सफारी के लिए प्रत्येक पारी में 16 वाहन उपलब्ध रहेंगे। इनमें से 20 प्रतिशत वाहन 50 लाख रुपए से अधिक कीमत वाले प्रीमियम श्रेणी के होंगे। दिव्यांगों के लिए भी एक विशेष वाहन की व्यवस्था की जाएगी।
पांच वर्ष से अधिक पुराने नहीं होंगे वाहन

जंगल सफारी के लिए उपलब्ध वाहन पांच वर्ष से अधिक पुराने नहीं होंगे। प्रीमियम वाहन के लिए यह अवधि 7 वर्ष की रहेगी। राजस्थान में पंजीकृत वाहनों को ही सफारी के लिए पंजीकृत किया जाएगा। इन वाहनों के रंग भी पर्यावरण के अनुकूल होंगे।

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