जयपुर. श्रावण मास में राजधानी में जगह-जगह कावडिय़ों के झुंड दिखाई पड़ते हैं और बोल बम ताड़क बम का जयघोष गुंजायमान रहता है। प्रत्येक सोमवार को शिवजी का जलाभिषेक करने के लिए काविडय़ों की भीड़ रविवार शाम से ही गलताजी में जमा होना शुरू हो जाती है। आधी रात को ही ये कावडि़ए निकल पड़ते हैं और तड़के सबसे पहले दूर दराज के शिव मंदिर में जलाभिषेक कर आर्शीवाद लेते हैं। जयपुर के बाहर से भी काविड़ए गलताजी से जल लेकर पैदल ही रवाना होते हैं। इन कावडिय़ों का जोश देखते ही बनता है।
श्रावण मास के दूसरे सोमवार को भी शिव मंदिरों में सुबह चार बजे से ही भक्तों की लाइन लगना शुरू हो गई थी। शहर के चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर, क्वींस रोड़ स्थित झाडख़ंड महादेव मंदिर, धुलेश्वर महादेव मंदिर, दूध मंडी स्थित चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर, बनीपार्क स्थित चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही लंबी कतारे लगना शुरू हो गई थी। भक्तों ने जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की और शिव के प्रिय दूध, बिल्व पत्र, भांग, धतुरा, आक, चंदन अर्पित किया।