
जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र को लेकर प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का रुख अब बदला हुआ दिख रहा है। उन्होंने आज कहा कि कलराज मिश्र भाजपा के कार्यकर्ता नहीं है बल्कि वे प्रदेश के संवैधानिक प्रमुख है और हमारा ये हक है कि हम उनसे अपना अधिकार मांगे।
खाचरियावास ने होटल फेयर माउंट के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा कि सीएम हाउस और राज्यपाल की दीवार एक ही है,कोई भी कंकर आता है तो मुख्यमंत्री पहले अपने सिर लेंगे। राज्यपाल की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। वे पूरे प्रदेश के राज्यपाल है। खाचरियावास ने कहा कि हमारा भी ये नैतिक और कानूनी अधिकार है कि हम संवैधानिक प्रमुख के घर जाएं और उन्हें अपनी समस्या बताएं। संविधान की रक्षा करने के लिए अपील करना हमारा दायित्व बनता है।
गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग को लेकर कांग्रेस के विधायकों ने राजभवन में धरना दे दिया था और सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि अगर विधानसभा सत्र की मांग को लेकर जनता राज भवन आ जाती है तो इसकी जिम्मेदारी उनकी नहीं होगी।खाचरियावास ने सीएम के इस बयान पर अपनी सफाई देते हुए कहा है कि सीएम गहलोत ने कहा था कि लोग राजभवन आएंगे, इसका मतलब ये नहीं था कि ये लोग राजभवन के अंदर घुस जाएंगे।
भाजपा ने जताया था एतराज—
सीएम गहलोत के राज्यपाल पर ऐसे बयान को लेकर प्रदेश भाजपा ने एतराज जताया था और इसे आपराधिक कृत्य के समान बताया था। भाजपा नेताओं ने कल राज्यपाल को एक ज्ञापन भी दिया था और उनसे लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने का आग्रह किया था।
Updated on:
26 Jul 2020 01:52 pm
Published on:
26 Jul 2020 01:43 pm
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