जयपुर
राजस्थान विश्वविद्यालय अशैक्षणिक कर्मचारियों की कमी से जुझ रहा है लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन आचार संहिता लगने तक भी एलडीसी भर्ती परीक्षा की प्रक्रिया पूरी नहीं करवा पाया। वह भी ऐसे में जब विश्वविद्यालय भर्ती परीक्षा 27 मई को ही आयोजित करवा चुका है और परिणाम भी जारी कर चुका है लेकिन फिर भी सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने में असफल रहा है। ऐसे में एक बार फिर से विश्विवद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे है। एलडीसी भर्ती परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं देने के कारण विश्वविद्यालय का कामकाज तो प्रभावित हो ही रहा है साथ ही नियुक्ति नहीं मिलने पर अभ्यर्थी भी नाराज है।
12 अक्टूबर तक नियुक्ति देनी थी
विश्वविद्यालय की ओर से एलडीसी भर्ती परीक्षा का परिणाम करीब दो माह पहले ही जारी किया जा चुका है। परिणाम जारी करने के बाद विश्वविद्यालय में 92 सफल अभ्यर्थियों की सूची जारी कर उन्हें काउंसलिंग के लिए भी बुला लिया था। जिसके बाद 24, 25 सितंबर को काउंसलिंग हुई थी और 92 में से 83 अभ्यर्थियों की काउंसलिंग भी हो चुकी है लेकिन इतनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी विश्वविद्यालय इन अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग नहीं दे सका। कार्यक्रम के अनुसार अभ्यर्थियों को 12 अक्टूबर तक नियुक्ति देनी थी लेकिन विधानसभा चुनावों की आचार संहिता लगने का अंदेशा होने के बाद भी विश्वविद्यालय ने तत्परता नहीं दिखाई। वहीं विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के अनुसार फाइल निर्वाचन आयोग के पास भिजवा दी गई है। अगर वहां से अनुमति मिली तो नियुक्ति दे दी जाएगी। नहीं तो प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही नियुक्ति देंगे।
अभ्यर्थियों को यह कहना
सफल अभ्यर्थी व्योमकेश चौधरी ने बताया कि 27 सितम्बर को ज्वाइनिंग के लिए आॅर्डर डिस्पेच हुए है। उसके बाद रजिस्ट्रार से आकर मिले तो उन्होंने बताया कि आचार संहिता लग गई है। फाइल जिला निर्वाचन अधिकारी के पास भेजा दी गई है। अनुमति मिली तो 22 अक्टूबर तक ज्वाइन करवा देंगे नहीं तो चुनाव बाद प्रक्रिया होगी। वहीं एक अन्य अभ्यर्थी ने बताया कि आॅर्डर निकाल कर हमें बुला लिया गया। आॅर्डर में 12 अक्टूबर तक ज्वाइनिंग की बात कही थी लेकिन अब आचार संहिता का नाम पर आॅर्डर निकालने के बाद भी ज्वाइनिंग नहीं दे रहे है।