
जालोर में आहोर थाना क्षेत्र के सेदरिया बालोतान में शनिवार रात को सर्दी अधिक होने से एक परिवार कमरे में सिगड़ी जलाकर सो गया। सिगड़ी से निकले धुएं के कारण दम घुटने से जहां परिवार के तीन सदस्य अचेत हो गए। वहीं एक बालिका की मौत हो गई। अचेत दम्पती व पुत्र को उपचार के लिए तखतगढ़ ले जाया गया, जहां से सुमेरपुर रेफर कर दिया गया।
पुलिस के अनुसार सेदरिया बालोतान गांव में शनिवार रात को भरत कुमार जैन, उसकी पत्नी ममता, पुत्र हर्ष व पुत्री ईशा सर्दी अधिक होने से कमरे में सिगड़ी जलाकर सो गए थे। सिगड़ी से निकले धुएं से 14 वर्षीय ईशा की मौत हो गई। वहीं भरत कुमार, ममता व हर्ष बेहोश हो गए। सूचना पर उम्मेदपुर चौकी प्रभारी गोपालसिंह मय पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचे।
कॉर्बन मोनो ऑक्साइड गैस बनी मौत
बांगड़ हॉस्पिटल के डॉ प्रवीण गर्ग ने बताया कि बंद कमरे में सर्दी दूर भगाने को लोग अक्सर हीटर, ब्लोअर के अलावा अंगीठी (सिगड़ी) का इस्तेमाल करते हैं। अंगीठी में कच्चे कोयले या फिर लकड़ी का इस्तेमाल होता है। इससे कॉर्बन मोनो ऑक्साइड गैस निकलती है। यह गैस कमरे में ऑक्सीजन को रिप्लेस कर दी है। ऑक्सीजन की कमी से व्यक्ति बेहोशी की स्थिति में चला जाता है। इससे दम घुटने की आशंका प्रबल हो जाती है। यही मौत का कारण बनती है।
Published on:
29 Jan 2023 10:06 pm
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