फल मंडी: थोक में 120 से 160 रुपए प्रति किलो बिक रहा हापुस
जयपुर . क्या आम, क्या खास, कोरोना ने सबको बुरी तरह प्रभावित किया है। हर कारोबार की तरह इस बार आम का बिजनेस भी प्रभावित हुआ है। लॉकडाउन के चलते उत्पादन केन्द्रों से आम की आवक में 75 फीसदी की कमी चल रही है। यही कारण है कि आम पिछले साल की तुलना में फिलहाल महंगा मिल रहा है। गत वर्ष मुहाना मंडी में सफेदा आम के थोक भाव इन्हीं दिनों में 30 से 40 रुपए प्रति किलो थे, जो कि वर्तमान में ४५ से ५५ रुपए प्रति किलो चल रहे हैं। यही आम खुदरा में 80 से 100 रुपए प्रति किलो तक बेचा जा रहा है। मुहाना मंडी के कारोबारी नवलकिशोर अग्रवाल ने बताया कि हापुस आम भी इस बार 120 से 160 रुपए किलो थोक में बिक रहा है। पिछले साल इसके भाव 80 से 120 रुपए प्रति किलो थे।
किसानों को नहीं मिल रहे पास
केंद्र सरकार ने लॉकडाउन में कृषि गतिविधियों को जारी रखने की छूट दी हुई है, लेकिन इसके लिए किसानों को कोई पास नहीं मिल रहा है। देश में सबसे उम्दा किस्म और महंगा आम अल्फांसो (हाफुस) का उत्पादन करने वाले महाराष्ट्र के किसान इसे एक्सपोर्ट न कर पाने की वजह से परेशान हैं। कोरोना प्रभावित कई देशों में निर्यात नहीं हो पा रहा। ऐसे में वे स्थानीय मार्केट में एक तिहाई दाम पर बेचने को मजबूर हैं।