
पैन में इंक भरने वाले इस व्यक्ति की कलम से ही निकले ‘सुपरहीरोज’
इनका जन्म 1922में अमरीका के न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। पिता ड्रेस कटर का काम किया करते थे। इनका एक छोटा भाइ्र्र भी था। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। इसलिए बचपन में ही समझ गए थे कि गरीबी क्या होती है। जब ये थोड़े बड़े हुए तो परिवार ब्रोंक्स में एक बेडरूम के अपार्टमेंट में शिफ्ट हो गए। छोटे भाई के साथ इन्हें बेडरूम मिला और मां-पिता एक काउच में सोचे। जैसे-तैसे ये अपने दिन गुजार रहे थे। यहां इन्होंने हाई स्कूल में दाखिला लिया। घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए इन्होंने काम करना शुरू किया, ताकि कुछ पैसों से परिवार की मदद हो जाए। बचपन से ही इन्हें लिखने, पढऩे और फिल्मे देखने का शौक था। इसलिए जब भी समय मिलता कुछ न कुछ पढऩे लग जाते। इसी शौक के चलते इन्होंने कुछ संस्थानों के लिए प्रेस रिलीज लिखना भी शुरू किया। कभी डिलेवरी बॉय का भी काम किया करते थे।
इंसानों की तरह बनाएं सुपरहीरोज
प्रतिद्वंद्वी कंपनी को टक्कर देने के लिए कॉमिक्स कैरेक्टर को लेकर नए प्रयोग करने शुरू किए। इनके सुपरहीरोज ऐसे ही थे, जैसे कोई आम जीवन में होते हैं। इनके इस प्रयोग को लोगों ने खूब पसंद किया। 1961 में इन्होंने जैक कर्बी के साथ मिलकर पहली बार सुपरहीरो टीम ‘फैंटास्टिक फोर’ बनाई। इसके बाद कंपनी का नाम एटलस से बदलकर मार्वल कॉमिक्स हो गया। मार्वल के सुपरहीरो आज आप फिल्मों में देखते हैं, दरअसल ये कॉमिक्स की देन है और कॉमिक्स में इन्हें दर्शाने वाले ये व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि कॉमिक बुक लेखक, एडिटर, फिल्म एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर और एक्टर स्टैंड ली मार्टिन लाइवर थे। इन्होंने ही थोर, हल्क, आयरन मैन, स्पाइडर मैन, डॉक्टर स्ट्रेंज जैसे कई सुपरहीरोज को डिजाइन किया। अपनी मेहनत और रचनात्मकता से यह व्यक्ति कंपनी के प्रेसिडेंस पद पर भी रहे। सुपरहीरोज को लेकर बनाई इनकी फिल्मों ने भी दुनियाभर में अच्छा कारोबार किया। कई अवॉड्र्स से भी इन्हें सम्मानित किया जा चुका है। 2018 में इस व्यक्ति ने दुनिया को अलविदा कहा।
Published on:
17 May 2020 06:11 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
