
जयपुर। माघ मास की मौनी अमावस्या ( Mauni Amavasya 2020 ) के मौके पर आज सुबह 9.56 बजे न्याय के देवता शनि स्वयं की राशि मकर में प्रवेश करेंगे। पितरों के तर्पण, पूजन, दान, स्नान के लिए खास मानी जाने वाली मौनी अमावस्या पर सूर्योदय के समय गंगा नदी तथा प्रयागराज में स्नान का विशेष महत्व है। इस चलते गलता तथा पुष्कर ( Pushkar ) सहित अन्य पवित्र सरोवरों में स्नान के लिए सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। वहीं, इस दिन मौन धारण करने से व्यक्ति का आध्यात्मिक विकास भी होगा।
चंद्रमा के बेहद करीब आ जाएगा शनि
अमावस्या के संयोग पर शनिवार को शनि, चंद्रमा के बेहद करीब आ जाएगा तथा यह चंद्रमा के पास जीरो डिग्री पर रहेगा। जो एक अद्भुत नजारा होगा।
दुर्लभ संयोग
ज्योतिषाचार्य पं. दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि इस अमावस्या पर अपनी ही राशि में प्रवेश करते हुए शनि का चंद्रमा के पास आ जाना दुर्लभ संयोग है। गलता तीर्थ में स्वामी अवधेशाचार्य के सान्निध्य में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। उन्होंने बताया कि वर्षभर की सभी अमावस्या में मौनी अमावस्या का महत्व सबसे ज्यादा है। भगवान का अभिषेक और विशेष शृंगार होगा।
7 राशियां सीधे प्रभावित
करीब 30 साल बाद शनि ग्रह के अपनी राशि में आने से वह स्व राशि में अधिक बलवान होंगे। कुंभ राशि पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी। वहीं, धनु-मकर राशि पर पूर्व में साढ़ेसाती चल रही है। वहीं, उक्त परिवर्तन के बाद मिथुन-तुला राशि पर शनि की ढैया रहेगी। साथ ही मीन और कर्क राशि पर भी शनि की दृष्टि रहेगी। उधर, जिन जातकों की जन्मकुंडली के 3, 6 और 11 वें भाग में शनि स्थित है, साढ़े साती या ढैय्या है तो उक्त परिवर्तन से उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा।
Updated on:
24 Jan 2020 09:00 am
Published on:
24 Jan 2020 08:56 am
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