15 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मंत्री मदन दिलावर बोले- मैं गौशालाओं के खिलाफ, भड़के जूली ने सुनाई खरी-खोटी; जानें क्या है पूरा विवाद?

Rajasthan Politics: राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा गौशालाओं को लेकर दिए गए बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है।

2 min read
Google source verification
Minister Madan Dilawar and Tikaram Jully

मंत्री मदन दिलावर और नेता विपक्ष टीकाराम जूली, फोटो- X हैंडल

Rajasthan Politics: राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा गौशालाओं को लेकर दिए गए बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। 17 जून को बर गांव की एक गोशाला के निरीक्षण के दौरान दिलावर ने कहा कि मैं गोशालाओं के खिलाफ हूं। इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विपक्षी कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोल दिया।

दरअसल, पाली में निरीक्षण के दौरान सामाजिक न्याय मंत्री अविनाश गहलोत ने गोशाला की तारीफ की और कहा कि यह गायों की सेवा के साथ-साथ दुर्घटनाओं में घायल गोवंश की मदद भी करती है। इसी बीच दिलावर का बयान आया, जिसे वहां मौजूद किसी ने रिकॉर्ड कर लिया।

टीकराम जूली ने तीन मंत्रियों को घेरा

इधर, कांग्रेस ने इसे बीजेपी की गोसेवा के प्रति नीयत पर सवाल उठाने का मौका बना लिया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने एक्स पर वीडियो साझा करते हुए लिखा कि गौमाता का अपमान, कब तक सहेगा राजस्थान? गौमाता के नाम पर वोट, असलियत में गौशालाओं के विरोध में भाजपा, यही है भाजपाइयों का असली चेहरा।

उन्होंने कहा कि गौसेवा की आड़ में राजनीति करने वाली भाजपा की असलियत अब खुद उनके राजस्थान सरकार के तीन मंत्री (मदन दिलावर, अविनाश गहलोत और ओटाराम देवासी) ही उजागर कर रहे हैं। भाजपा के मंत्री खुलेआम कह रहे है की भाजपा मैं (मंत्री) गौशाला के खिलाफ हूं।

जूली ने कहा कि जब भाजपा के मंत्री ही गौशालाओं के विरोध में बयानबाज़ी करें, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि "गौसेवा" भाजपा के लिए महज एक चुनावी हथियार है, न कि आस्था या संवेदनशीलता का विषय। यह भाजपा का दोहरा चरित्र है, जो गौमाता की सेवा के नाम पर किए जा रहे राजनीतिक ढोंग को उजागर कर रहा है। यह जनता सब देख रही है भाजपाइयों।

स्थानीय बीजेपी नेता ने क्या कहा?

स्थानीय बीजेपी नेता राजेश मेवाड़ा ने भी दिलावर को बताया कि यह गोशाला कागजों पर नहीं, बल्कि वास्तविक सेवा के लिए जानी जाती है। इसके बावजूद, गोशाला के नाम जमीन तक दर्ज नहीं है। इस पर दिलावर ने तुरंत अधिकारियों को भूमि आवंटन और अनुदान शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गोशालाओं को प्रोत्साहन मिलना चाहिए। कोई समस्या हो तो मंत्री अविनाश गहलोत से संपर्क करें। उन्होंने गोशाला संचालकों और भामाशाहों की सराहना भी की।

यह भी पढ़ें : राजस्थान में कब होंगे शिक्षकों के तबादले? मदन दिलावर को सौंपा ज्ञापन, शिक्षक संगठनों ने आंदोलन की दे डाली चेतावनी