केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर लगाए गंभीर आरोपों के बाद भाजपा की ओर से जारी नोटिस का विधायक कैलाश मेघवाल अभी तक जवाब नहीं दिया है।
जयपुर। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर लगाए गंभीर आरोपों के बाद भाजपा की ओर से जारी नोटिस का विधायक कैलाश मेघवाल अभी तक जवाब नहीं दिया है। दस दिन की समय सीमा खत्म होने पर मेघवाल का कहना है कि नोटिस 3-4 सितंबर को मिला, इसलिए वे 12-13 सितंबर तक ही जवाब देंगे। वे नोटिस का जवाब तैयार करवा रहे हैं। उधर, संगठन का कहना है कि जवाब आने का तीन-चार दिन और इंतजार करेंगे। इसके बाद पार्टी तय करेगी कि आगे क्या करना है। गौरतलब है कि भाजपा ने 29 अगस्त को नोटिस जारी कर मेघवाल से दस दिन में जवाब मांगा था।
सीएम की तारीफ की
भीलवाड़ा के शाहपुरा में आयोजित एक कार्यक्रम में कैलाश मेघवाल ने कहा था कि अर्जुनराम मेघवाल ने खुद की जाति के लोगों को भी नहीं छोड़ा। इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने और भ्रष्टाचार की जांच करने के लिए कहा जाएगा। मेघवाल ने सीएम अशोक गहलोत और विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी की भी तारीफ की थी।
मेघवाल जवाब देते हैं तो प्रदेशाध्यक्ष अध्ययन कर तय करेंगे कि जवाब संतोषप्रद है या नहीं। जवाब संतोषप्रद नहीं माना तो आगे की कार्रवाई के लिए अनुशासन समिति को भेजेंगे। समिति नोटिस जारी कर व्यक्तिगत सुनवाई का मौका देगी। सुनवाई के आधार पर समिति अपनी राय प्रदेशाध्यक्ष को सौंपेगी। जवाब नहीं आता है तो संगठन अपने स्तर पर एक्शन लेने के लिए स्वतंत्र होगा। इसमें निलंबन से लेकर बर्खास्तगी तक की कार्रवाई हो सकती है।