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क्रेच से बच्ची लेने में मां हो गई सिर्फ आठ मिनट लेट, फिर जो हुआ वो होश उड़ा देगा

- दो साल की बच्ची के साथ जो हुआ वह शायद ही कभी भूल पाएगी वो

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क्रेच से बच्ची लेने में मां हो गई सिर्फ आठ मिनट लेट, फिर जो हुआ वो होश उड़ा देगा

क्रेच से बच्ची लेने में मां हो गई सिर्फ आठ मिनट लेट, फिर जो हुआ वो होश उड़ा देगा

जयपुर। वर्किंग मदर्स का अपने बच्चों को क्रेच में छोड़ना कोई नई बात नहीं है। उम्मीद यही रहती है कि जब वे ऑफिस में काम कर रही होती हैं तो क्रेच में उनके बच्चे सुरक्षित होंगे, उन्हें वहां देखने वाला कोई होगा। लेकिन पिछले दिनों फ्लोरिडा में एक ऐसा मामला सामने आया कि उसे सुनकर हर कोई दंग रह गया।

दरअसल, फ्लोरिया की वर्किंग मदर स्टेफनी मार्टिनेज ऑफिस जाने के दौरान अपनी दो साल की बेटी अनास्तासिया को एक डेकेयर सेंटर में छोड़कर जाती थीं। पिछले दिनों स्टेफनी काम के कारण बेटी को वापस लेने में कुछ मिनट लेट हो गई। बस फिर क्या था डेकेयर में काम कर रहे लोगों को स्टेफनी का लेट होना नागवार गुजरा और वह बच्ची को डेकेयर सेंटर के अंदर अकेला छोड़कर ताला लगाकर चले गए। जब स्टेफनी वहां पहुंची तो गेट लॉक था, बच्ची अंदर बंद थी और खिड़की के पास उदास खड़ी-खड़ी अपनी मम्मी का इंतजार कर रही थी और रो रही थी। हैरानी की बात तो ये है कि सेंटर के लोग जाते समय सारी लाइटें भी बंद कर गए। एक बार तो यह देखकर स्टेफनी दंग रह गई। लेकिन बाद में उसने पुलिस को फोन करके बुलाया और डेकेयर सेंटर खुलवा कर अपनी बेटी को बाहर निकाला। अब ब्रोवार्ड शेरिफ कार्यालय बाल संरक्षण सेवा घटना की जांच कर रही है। वहीं बच्चों की देखभाल करने की जिम्मेदार जिन कर्मचारियों पर थी, फिलहाल उनकी छुट्टी कर दी गई है।

फोन तक नहीं किया

स्टेफनी ने पुलिस को बताया कि उनके पास डेकेयर से किसी कर्मचारी का फोन तक नहीं आया कि वह बच्ची को ऐसे अकेले छोड़कर जा रहे हैं। स्टेफनी ने बताया कि डेकेयर सेंटर शाम छह बजे तक बंद होता है, लेकिन अकसर माता-पिता छह बीस तक ही बच्चों को पिकअप करते हैं। लेकिन उस दिन वह आठ मिनट लेट हो गई थी। इसलिए कर्मचारियों ने उनके आने का इंतजार ही नहीं किया। यह दर्दनाक है।