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आपके दिल के तारों से जुड़ेगा सरोज का रिश्ता

अभिषेक सक्सेना की ओर से निर्देशित फ़िल्म 'सरोज का रिश्ता' एक कॉमेडी फ़िल्म है, जो आपको गुदगुदाती है, हंसाती है, लेकिन साथ ही फ़िल्म लड़कियों के लुक्स और मोटापे को लेकर लोगों की सोच पर प्रहार भी करती है और इसे लेकर उन्हें धारणा बदलने पर मजबूर भी करती है।

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आपके दिल के तारों से जुड़ेगा सरोज का रिश्ता

आपके दिल के तारों से जुड़ेगा सरोज का रिश्ता

जयपुर। सिनेमा महज़ मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि सामाजिक संदेश देने और लोगों को सोचने पर मजबूर करने का भी ज़रिया है। इसी की ताज़ा मिसाल है फ़िल्म 'सरोज का रिश्ता' (Movie Saroj Ka Rishta)। अभिषेक सक्सेना की ओर से निर्देशित फ़िल्म 'सरोज का रिश्ता' एक कॉमेडी फ़िल्म है, जो आपको गुदगुदाती है, हंसाती है, लेकिन साथ ही फ़िल्म लड़कियों के लुक्स और मोटापे को लेकर लोगों की सोच पर प्रहार भी करती है और इसे लेकर उन्हें धारणा बदलने पर मजबूर भी करती है। फिल्म 16 सितंबर को रिलीज होगी।

इस फिल्म की कहानी है गाज़ियाबाद में रहने वाली एक ऐसी लड़की सरोज की, जिसका वज़न आम लड़कियों से वज़न में ज्यादा है। मगर वो कभी ख़ुद इस बात की परवाह नहीं करती। वहीं 'वज़नदार' लड़की होने के बावजूद भी गाज़ियाबाद में ना तो उसे चाहने वालों की कोई कमी होती है और ना ही उसके लिए रिश्ते लेकर आनेवाले लड़कों की। फ़िल्म में अपने पिता के साथ दर्शाया गए सरोज के रिश्ते को बड़े ही भावुक तरीके से पेश किया गया है। सरोज के पिता बने कुमुद मिश्रा बेटी से इस क़दर लगाव रखते हैं कि वो नहीं चाहते हैं कि शादी के बाद भी उनकी बेटी घर छोड़ पराए घर जाए। बाप-बेटी के रिश्ते को लेकर फ़िल्म में ऐसे कई सीन्स हैं, जो आंखें नम कर देंगी।

फ़िल्म का संगीत छूने वाला
'सरोज का रिश्ता' के गीत अर्थपूर्ण हैं, फ़िल्म का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर फ़िल्म को एक नयी ऊंचाई प्रदान करता है। फ़िल्म‌ 'सरोज का रिश्ता' ख़ुशी के साथ संदेश देनेवाली भी है। इस फिल्म को 4 स्टार्स दिए गए हैं। वहीं अन्य भूमिका में कलाकार गौरव पांडे और रणदीप राय ने भी बढ़िया अभिनय किया है। असल ज़िंदगी में सना कपूर की अभिनेत्री मां सुप्रिया पाठक ने भी इस फ़िल्म में एक छोटी सी भूमिका निभाई है। फिल्म के लेखक दीपक कपूर भारद्वाज हैं।