तीनों ही नगर निगमों के लिए 951 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। इस चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
जयपुर हैरिटेज, जोधपुर उत्तर और कोटा उत्तर के लिए 8 पर्यवेक्षकों की निगरानी में 3393 ईवीएम मशीनों से ये चुनाव हो रहे हैं। हालांकि शुरुआती दौर में अभी मतदान के लिए कम ही लोग आ रहे हैं। माना जा रहा है कि सुबह 11 बजे के बाद मतदान की रफ्तार बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री सहित कई नेताओं ने की मतदान की अपील
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मतदाताओं ने लोकतंत्र के महापर्व में बढ़ चढकर मतदान की अपील की है, साथ ही मतदान के दौरान कोरोना गाइडलाइन और मास्क-सेनेटाइजर का इस्तेमाल करने की भी अपील की है।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
मतदान केंद्रों के बाहर भय मुक्त और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए मतदान केंद्रों के बाहर पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त है। पुलिसकर्मियों के अतिरिक्त स्पेशल टास्क फोर्स, होमगार्ड और बॉर्डर होमगार्ड के जवानों को तैनात किया गया है। मतदान केंद्रों के बाहर कहीं भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जा रही है। मतदान के बाद सीधे लोगों को घर भेजा जा रहा है।
दिव्यांग मतदाताओं के लिए वॉलिंटियर लगाए
नगर निगम चुनावों में दिव्यांग मतदाताओं की मदद के लिए स्थानीय स्तर पर स्काउट गाइड, एनएसएस और एनसीसी के वॉलिंटियर लगाए गए हैं। दिव्यांग मतदाताओं को घर से लाने ले जाने के लिए भी परिवहन की व्यवस्था की गई है।
इन दस्तावेजों से कर सकते हैं मतदान
नगर निगम चुनाव में मतदाता पहचान-पत्र के आधार पर वोट डाले जाएंगे, लेकिन मतदाता पहचान-पत्र नहीं होने पर भी मतदाता अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों से मतदान कर सकते हैं। इसके लिए मतदाता आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक पासबुक, पासपोर्ट, पेंशन कार्ड और केंद्र /राज्य सरकार की ओर से जारी किये गए सर्विस आईडी कार्ड से भी मतदान कर सकते हैं। मनरेगा जॉब, हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड, स्मार्ट कार्ड, तस्वीर वाले पेंशन डॉक्यूमेंट से भी मतदान किया जा सकता है।