
पृथ्वी से लाखों किलोमीटर दूर क्षुद्र ग्रह से टकराया स्पेसक्राप्ट
वॉशिंगटन. अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मंगलवार को अंतरिक्ष में एक और बड़ा कारनामा कर दिखाया। उसके डार्ट मिशन का स्पेसक्राफ्ट भारतीय समयानुसार तड़के 4:45 बजे डिमोर्फोस नाम के ऐस्टरॉइड (क्षुद्र ग्रह) से टकरा गया। टक्कर में स्पेसक्राफ्ट नष्ट हो गया। अंतरिक्ष में इस महाप्रयोग का मकसद यह जानना है कि क्या ऐसी अंतरिक्ष चट्टानों और क्षुद्र ग्रह की दिशा इस तरह की टक्कर से बदली जा सकती है, जिनसे पृथ्वी के लिए खतरे की आशंका हो।
करीब 160 मीटर चौड़े डिमोर्फोस से टकराने तक डार्ट का कैमरा प्रति सेकेंड एक तस्वीर पृथ्वी पर भेज रहा था। टक्कर के बाद स्पेसक्राफ्ट के साथ यह कैमरा भी नष्ट हो गया। नासा के मुताबिक 110 लाख किलोमीटर दूर से मिली तस्वीरों से लग रहा है कि सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से हुआ। शुरुआती अनुमान है कि यह टक्कर डिमोर्फोस के केंद्र से करीब 17 मीटर दूर हुई। डिमोर्फोस से फिलहाल पृथ्वी को खतरा नहीं है, लेकिन इस मिशन की कामयाबी पृथ्वी की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है।
डिमोर्फोस पर प्रभाव का अध्ययन बाकी
अमरीका की जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी की अप्लाइड फिजिक्स लैबोरेटरी में बैठे कंट्रोलर्स टक्कर से पहले डार्ट के कैमरे में डिमोर्फोस को देखकर खुशी से उछल पड़े। वैज्ञानिकों को मिशन की सफलता सुनिश्चित करने में कुछ हफ्ते लगेंगे। अभी सिर्फ स्पेसक्राफ्ट सफलतापूर्वक टकराया है। डिमोर्फोस की दिशा पर टक्कर के प्रभाव का अध्ययन किया जाना है।
मानव जाति के नए युग की शुरुआत
नासा में प्लैनेटरी साइंस की डायरेक्टर डॉ. लोरी ग्लेज का कहना है कि एक बड़ी उपलब्धि हासिल की जा चुकी है। उन्होंने कहा, हम मानव जाति के नए युग की शुरुआत कर रहे हैं। ऐसा युग, जिसमें हम खतरनाक ऐस्टरॉइड की टक्कर से खुद को बचाने की क्षमता रखते हैं। हमारे पास पहले यह क्षमता नहीं थी।
Published on:
27 Sept 2022 11:56 pm
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