जयपुर

Chaitra Navratri 2023 : 22 मार्च से नवरात्रि, गज केसरी योग में नौका पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा, जानें घट स्थापना का शुभ मुहूर्त

Chaitra Navratri 2023 : मीन मलमास के बीच बुधवार से मां दुर्गा की आराधना के महापर्व चैत्र मास के नवरात्र की शुरुआत उत्तराभाद्रपक्ष नक्षत्र तथा शुक्ल—ब्रह्मयोग में होगा। साथ ही हिंदू नववर्ष विक्रम संवत् 2080 भी शुरू होगा। तिथि क्षय नहीं होने से भक्त नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करेंगे।

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Mar 19, 2023

Chaitra Navratri 2023 : मीन मलमास के बीच बुधवार से मां दुर्गा की आराधना के महापर्व चैत्र मास के नवरात्र की शुरुआत उत्तराभाद्रपक्ष नक्षत्र तथा शुक्ल—ब्रह्मयोग में होगा। साथ ही हिंदू नववर्ष विक्रम संवत् 2080 भी शुरू होगा। तिथि क्षय नहीं होने से भक्त नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करेंगे। घटस्थापना के लिए सुबह 6.33 से 7.40 बजे का समय श्रेष्ठ रहेगा। माता के मंदिरों के साथ ही घरों में घट स्थापना होगी। आमेर स्थित शिलामा माता व दुर्गापुरा सहित अन्य मंदिरों में तैयारियां अंतिम चरण में हैं।

ज्योतिषाचार्य पं.दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि मां दुर्गा का नौका पर आगमन और प्रस्थान नर पर होगा। इस दौरान श्रेष्ठ बारिश के योग भी बनेंगे। मां दुर्गा के आगमन के समय चंद्रमा, सूर्य, बुध व गुरु मीन राशि में रहेगा। वहीं, नववर्ष का प्रवेश मीन लग्न में होने से उदित काल में गज केसरी योग बनेगा। ज्ञान के देवता बृहस्पति मीन राशि और शनि स्वराशि कुंभ में रहेगा। इसके अलावा खरीदारी के लिए 10 से अधिक शुभ योग भी बनेंगे।

ज्योतिषाचार्य पं.पुरुषोत्तम गौड़ के मुताबिक प्रतिपदा पर शनिवार-रविवार हो तो हाथी, सोमवार-मंगलवार हो तो अश्व, गुरुवार—शुक्रवार हो तो डोली और बुधवार होने पर माता की सवारी नाव पर होती है। वहीं, नवरात्रि के पहले तीन दिन मां दुर्गा, अगले तीन दिन मां लक्ष्मी और शेष तीन दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित होते हैं।


यह रहेगा घटस्थापना का मुहूर्त

ज्योतिषाचार्य पं.दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि देवीपुराण में घटस्थापना प्रात:काल में ही श्रेष्ठ मानी गई है। इस बार यह चैत्र मास में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को सुबह 6.33 बजे होगा। इसके अलावा नवरात्र स्थापना में मीन द्विस्वभाव लग्न श्रेष्ठ माना है, जो सुबह 6.33 से 7.40 बजे तक रहेगा तथा घटस्थापना का श्रेष्ठ मुहूर्त है। वहीं, द्विस्वभाव मिथुन लग्न में सुबह 11.14 से दोपहर 12.10 बजे तक घटस्थापना की जा सकती है।

यह रहेंगे योग संयोग

22 मार्च : उत्तराभाद्रपक्ष नक्षत्र, शुक्ल—ब्रह्मयोग

23—24 मार्च : सर्वार्थसिद्धि, राजयोग

25, 26 मार्च : रवियोग

27 मार्च : सवार्थसिद्धि, कुमारयोग, अमृतसिद्धियोग

28 मार्च : द्विपुष्कर, राजयोग

29 मार्च : रवियोग

30 मार्च : सवार्थसिद्धियोग, रवियोग, गुरुपुष्य योग में रामनवमी

(उक्त योग-संयोगों में प्रॉपर्टी, ज्वैलरी, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक सामान की खरीददारी की जा सकती है)

नवरात्रि की तारीख व वार
प्रथम दिन चैत्र नवरात्रि (बुधवार,22 मार्च 2023) – प्रतिपदा तिथि, मां शैलपुत्री पूजा, घटस्थापना
दूसरा दिन चैत्र नवरात्रि (गुरुवार,23 मार्च 2023) – द्वितीया तिथि, मां ब्रह्मचारिणी पूजा
तीसरा दिन चैत्र नवरात्रि (शुक्रवार,24 मार्च 2023) – तृतीया तिथि, मां चंद्रघण्टा पूजा
चौथा दिन चैत्र नवरात्रि (शनिवार,25 मार्च 2023) – चतुर्थी तिथि, मां कुष्माण्डा पूजा
पांचवां दिन चैत्र नवरात्रि (रविवार,26 मार्च 2023) – पंचमी तिथि, मां स्कंदमाता पूजा
छठा दिन चैत्र नवरात्रि (सोमवार,27 मार्च 2023) – षष्ठी तिथि, मां कात्यायनी पूजा
सातवां दिन चैत्र नवरात्रि (मंगलवार, 28 मार्च 2023) – सप्तमी तिथि, मां कालरात्री पूजा
आठवां दिन चैत्र नवरात्रि (बुधवार,29 मार्च 2023) – अष्टमी तिथि, मां महागौरी पूजा, महाष्टमी, कन्या पूजन
नौवां दिन चैत्र नवरात्रि (गुरुवार,30 मार्च 2023) – नवमी तिथि, मां सिद्धीदात्री पूजा, दुर्गा महानवमी, कन्या पूजा

Published on:
19 Mar 2023 11:01 am
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