
डिजिटल लेनदेन बढ़ाने के लिए फैसला
देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई आरटीजीएस के तहत पैसा भेजने पर वर्तमान में 5 से 50 रुपए का शुल्क लेता है। जेब पर राहत के लिहाज से यह कोई बड़ी रकम नहीं है, लेकिन आरबीआई ने डिजिटल लेनदेन बढ़ाने के लिए यह फैसला किया है।
केंद्रीय बैंक इसके बारे में एक सप्ताह के भीतर आदेश जारी करेगा। फिलहाल आरबीआई आरटीजीएस और एनईएफटी प्रणाली के जरिए हुए लेनदेन के लिए बैंकों से शुल्क लेता है, जिसके बदले बैंक ग्राहकों से इसके लिए शुल्क वसूलते हैं।
ATM शुल्कों में बदलाव की मांग
इसके अलावा आरबीआई ने एटीएम के इस्तेमाल को निशुल्क करने की मांग पर पुनर्विचार के लिए एक समिति बनाने का फैसला किया है। यह कमेटी दो महीनों के भीतर अपनी पहली सिफारिश भेजेगी। ATM शुल्कों में बदलाव की मांग बार-बार की जा रही है। IMPS यानी तत्काल भुगतान सेवा के बारे में कुछ नहीं कहा गया है।
क्या होता है आरटीजीएस
आरटीजीएस का मतलब होता है Real Time Gross Settlement। रियल टाइम का मतलब है तुरंत। मतलब जैसे ही आप पैसा ट्रांसफर करें, कुछ ही देर में वह आपके खाते में पहुंच जाए। आरटीजीएस दो लाख रुपए से अधिक के ट्रांसफर के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
क्या है एनईएफटी
एनईएफटी का मतलब होता है National Electronic Funds Transfer। इंटरनेट के जरिए दो लाख रुपए तक के लेन-देन के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिए किसी भी शाखा के किसी भी बैंक खाते से किसी भी शाखा के बैंक खाते को पैसा भेजा जा सकता है। बस इसके लिए भेजने वाले और पैसा पाने वाले दोनों के पास इंटरनेट बैंकिंग सेवा का होना जरूरी है।
Updated on:
08 Jun 2019 10:06 am
Published on:
07 Jun 2019 04:33 pm
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