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अब जयपुर की तंग और भीड़भाड़ वाली गलियों में आसानी से घूम सकेगी पुलिस, ट्रैफिक दबाव से निपटने का खोजा तरीका

Jaipur Traffic: जयपुर शहर में ट्रैफिक रेगुलेशन का तरीका बदला जा रहा है। माना जा रहा है कि इससे मोबिलिटी और निगरानी क्षमता और अधिक बढ़ेगी। होवरबोर्ड ट्रैफिक के दबाव से भी निपट सकेंगे।

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जयपुर

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Arvind Rao

May 29, 2025

Jaipur Police

जयपु ट्रैफिक पुलिस (फोटो पत्रिका)

Jaipur City Traffic System: जयपुर शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के लिए एक नया कदम उठाया गया है। पुलिस विभाग ने पांच नए होवरबोर्ड खरीदे हैं, जो अब ट्रैफिक नियंत्रण और निगरानी में सहायता करेंगे। आधुनिक तकनीक से लैस ये होवरबोर्ड कई समस्याओं का हल बनकर सामने आ रहे हैं। ये तंग और भीड़भाड़ वाली गलियों में भी आसानी से घूम सकते हैं। लंबा बैटरी बैकअप होने से एक बार चार्ज करने पर बिना रुके आठ घंटे तक लगातार उपयोग कर सकते हैं।


एमआई रोड और गौरव टावर जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में अक्सर गलत पार्किंग की समस्या बनी रहती है। लेकिन अब होवरबोर्ड की मदद से ट्रैफिक पुलिस कर्मी तंग गलियों और बाजारों में भी आसानी से पहुंच सकेंगे और ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई कर पाएंगे।


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कांस्टेबल को मिलेगा नया दृष्टिकोण


ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को अक्सर इस बात का अंदाजा नहीं लग पाता कि किस इलाके में ट्रैफिक का दबाव ज़्यादा है। अब होवरबोर्ड की सहायता से वे पूरे क्षेत्र में घूमकर स्थिति का आकलन कर सकेंगे और उसी अनुसार निर्णय भी ले पाएंगे। इससे निर्णय लेने की प्रक्रिया अधिक सटीक और तेज होगी।


अभी पांच होवरबोर्ड आए हैं। एमआई रोड और गौरव टावर जैसे व्यस्त जगहों पर नो-पार्किंग में वाहन रखने वालों पर नजर रखी जा सकेगी। …शहीन सी, डीसीपी ट्रैफिक


आईपीएल मैच में दिखा असर


आईपीएल मैच के दौरान एसएमएस स्टेडियम में इन होवरबोर्ड का उपयोग ट्रायल के रूप में किया गया था। इस दौरान उनके परिणाम काफी सकारात्मक रहे। इससे भीड़भाड़ को नियंत्रित करने और स्थिति पर निगरानी रखने में मदद मिली।

विशेष ट्रेनिंग दी गई


इन होवरबोर्ड के उपयोग के लिए पुलिस के पांच-छह कर्मचारियों को विशेष ट्रेनिंग भी दिलवाई गई है। ट्रेनिंग उस कंपनी के इंजीनियरों की ओर से दी गई है, जिससे ये होवरबोर्ड खरीदे गए हैं। ट्रेनिंग जयपुर के यादगार क्षेत्र में हुई थी।