
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय से पीएचडी करने वालों को एंट्रेंस परीक्षा के साथ
इंटरव्यू लागू करने की तैयारी की जा रही है। यह बदलाव नई शिक्षा नीति के तहत किया जा रहा है। हाल ही आए यूजीसी के नोटिफिकेशन के तहत अब एंटे्रंस परीक्षा के 70 फीसदी और इंटरव्यू के 30 फीसदी अंक जुड़़गे। इसके बाद मेरिट में आने वाले छात्रों को पीएचडी में प्रवेश मिलेगा। विश्वविद्यालय की एकेडमिक कौंसिल की बैठक में इसे लागू करने का निर्णय हो चुका है। अब यहां से प्रस्ताव सिंडिकेट बैठक में भेजा जाएगा। सिंडिकेट की सहमति के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। अभी तक पीएचडी के लिए एमपेट एंट्रेंस टेस्ट लिया जाता है। अगर इंटरव्यू व्यवस्था लागू होगी ता एमपेट की जगह पेट परीक्षा आयोजित होगी।
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यूनिवर्सिटी में पीएचडी के 100 सीटें हो जाएंगी कम
पीएचडी एंट्रेंस टेस्ट की कन्वीवर रश्मि जैन के अनुसार यूजीसी के नए नोटिफिकेशन में नियम है कि सेवानिवृत्ति से तीन वर्ष पहले प्रोफेसर गाइड नहीं बनेंगे। यह नियम भी विवि में लागू किया जा रहा है। सिंडिकेट में इसकी सहमति होना बाकी है। यूनिवर्सिटी में करीब 40 प्रोफेसर ऐसे हैं, जो तीन साल बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं। अगर यह नियम लागू हुआ तो यूनिवर्सिटी में पीएचडी की करीब 100 सीटें कम हो जाएंगी।
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छात्रों का तर्क : इंटरव्यू में नंबर कम किए जाएं
एकेडमिक कौसिंल में प्रस्ताव पारित होने के बाद छात्रों की ओर से इस नोटिफिकेशन का विरोध किया जा रहा है। छात्रों का तर्क है कि यूजीसी के नोटिफिकेशन को विवि संशोधित कर लागू कर सकता है। ऐसे में इंटरव्यू में 30 फीसदी अंक कम कर 10 फीसदी अंक ही लागू किए जाएं। छात्रों का कहना है कि इंटरव्यू नियम लागू हुआ तो सिफारिश से नंबर दिए जांएगे।
Published on:
17 Dec 2022 04:14 pm
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