
अश्विनी राजकुमार को अंगदान जागरूकता राजदूत बनाना चाहता है स्वास्थ्य विभाग
विकास जैन
जयपुर। प्रदेश में अंगदान को बढ़ावा देने के लिए अब अंगदान शपथ की प्रक्रिया को सरल किया गया है। इसके लिए अब किसी मेडिकल कॉलेज में जाकर शपथ फार्म लेने और भरवाने की आवश्यकता नहीं है। सीधे क्यू आर कोड स्केन कर प्रदेश के किसी भी हिस्से का व्यक्ति अंगदान की शपथ ले सकता है। विशेष बात यह होगी कि यह गूगल फार्म भरते ही अंगदानदाता का नाम स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन (सोटो) के पास दर्ज हो जाएगा।
चिकित्सा विभाग ने सोटो की ओर से जारी किए गए इस क्यूआर कोड को विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध कराया है। अंगदान की शपथ लेने वाले लोगों के ब्रेन डेड होने पर उनके अंगों का कैडबर दान किया जा सकता है। कैडेबर अंगदान किए जाने पर ब्रेनडेड व्यक्ति की दो किडनी, लिवर और हॉर्ट दान किए जा सकते हैं।
ग्रामीण स्तर के लोग भी आ सकेंगे आगे
सोटो की ओर से क्यूआर कोड जारी किए जाने के बाद अब तक करीब 2500 लोग इसके जरिये अंगदान की शपथ ले चुके हैं। इससे पहले मेडिकल कॉलेज में ही यह फार्म भरकर शपथ ली जा सकती थी। इससे बड़े शहरों के लोग तो अंगदान मुहीम से जुड़ पा रहे थे, लेकिन ग्रामीण स्तर के लोगों के लिए यह आसान नहीं था। ना ही वे इस मुहीम से परिचित थे। अब विभागीय वेबसाइट पर जाकर सीधे वे भी शपथ ले सकते हैं।
अंगदान की वेटिंग लिस्ट
किडनी 534
लिवर 185
हॉर्ट 68
(सोटो की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार रजिस्टर्ड जरूरतमंद, वास्तविक जरूरतमंदों की संख्या इससे कई गुना अधिक)
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अंगदान की मुहीम से पूरे प्रदेश के लोगों को जोड़ा जाना आवश्यक है। क्यूआर कोड के जरिये यह बेहद आसान हो गया है।
डॉ.मनीष शर्मा, राज्य नोडल अधिकारी, सोटो
Published on:
01 Sept 2023 12:03 pm
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