
Experts Said It Will Took Seven Years To End Coronavirus Pandemic
जयपुर। राजस्थान में कोरोना वायरस महामारी को एक साल पूरा होने को है। गत वर्ष फरवरी माह के बाद मार्च के प्रारंभ में कोरोना का पहला केस सामने आया था। हालांकि महामारी पर अब काफी हद तक काबू पा लिया गया है, लेकिन एक बार फिर से इसने प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है।
दरअसल कोरोना संक्रमण का पहला केस जयपुर में गत वर्ष मार्च की शुरुआत में मिलने पर प्रदेश में हड़कंप मच गया था। पहला मामला इटेलियन नागरिक का सामने आया था। इसके बाद महामारी का प्रकोप बढ़ता गया।
कोरोना के कारण प्रदेश में हजारों लोगों की जान चली गई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ही नहीं बल्कि पूरा सरकारी अमला इसकी रोकथाम में जुट गया। गत वर्ष अगस्त-सितंबर में हल्की राहत मिली, लेकिन अक्टूबर माह के बाद अचानक से कोरोना ने फिर पल्टी मारी और अपना प्रकोप दिखाया। इसके बाद सरकार और प्रशासन फिर हरकत में आया।
भीलवाड़ा व रामगंज मॉडल के बाद सर्वाधिक मामले जयपुर जिले में-
सर्वाधिक केस जयपुर जिले में ही देखने को मिले। यह सिलसिला लगातार बरकरार भी है। इससे पहले भीलवाड़ा व रामगंज में बड़ी संख्या में मामले सामने आए। मकर संक्रांति के बाद फिर से कोरोना के केस बढऩे लगे है। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी स्थिति काबू में है। जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर जिले में सर्वाधिक केस मिले हैं। यह सिलसिला 11 महीने से चल रहा है।
2500 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई-
- कोरोना संक्रमण से प्रदेश में अब तक 2787 लोगों की मौत हो चुकी है। जयपुर जिले में 519, जोधपुर जिले में 306, अजमेर 222, कोटा में 169, उदयपुर में 123 मौत हो चुकी है।
अब तक राज्य में-
प्रदेश में 6288702 नमूने लिए गए है। इनमें 320180 संक्रमित पाए गए है। इससे अब तक 2787 मौत हो चुकी है। वहीं 316939 संक्रमित रिकवर/ डिस्चार्ज हो चुके है। वर्तमान में 1254 एक्टिव केस है।
Updated on:
28 Feb 2021 01:47 pm
Published on:
28 Feb 2021 01:43 pm
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