
Chief Minister Fellowship Program: प्रदेश की बड़ी योजनाओं में अब प्रोफेशनल युवाओं को जोड़ा जा रहा है। शुरुआत में सरकार 25 प्रोफेशनल युवाओं को मुख्यमंत्री कार्यालय और अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के ब्यूरोक्रेट्स के साथ इंजीनियर, एमबीए, एमबीबीएस, एमटैक, सीए, सीएस और अन्य प्रोफेशनल डिग्रीधारियों को जोड़गी। ये न केवल सरकारी योजनाओं का अध्ययन करेंगे बल्कि उन्हें बेहतर बनाने के सुझावों के साथ इन्हें जनता के बीच ले जाने का काम भी करेंगे।
ऐसे चयनित युवा सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे। सरकारी स्तर पर किसी योजना के प्रजेंटेशन में भी इनका सहयोग लिया जाएगा। चयनित युवाओं को राज्य स्तर पर एक सप्ताह की ट्रेनिंग दी जाएगी। मुख्यमंत्री फैलोेशिप कार्यक्रम के तहत इसे सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है। पहले केवल स्नातक-स्नातकोत्तर युवाओं को जोड़ने का प्लान था, लेकिन अब उसे ड्रॉप कर दिया गया। इसके लिए मुख्यमंत्री फैलोशिप प्रोग्राम के ड्राट में बदलाव किया जा रहा है।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के युवा मित्र इंटर्नशिप प्रोग्राम को भाजपा सरकार बंद नहीं करेगी। इस पर भी सहमति बन गई है। हालांकि, इसमें युवाओं के चयन प्रक्रिया बदली जा रही है। ऐसे 150 युवाओं का चयन किया जाएगा, जिसने बारहवीं कक्षा से स्नातक-स्नातकोत्तर तक प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की हो और काम में क्रिएटिविटी हो। इनमें से 50 युवाओं को हर कलक्टर के साथ जोड़ा जाएगा। बाकी सौ को प्रमुख सचिव और सचिव रैंक के अधिकारियों के साथ जोड़ेंगे।
हर सरकार योजनाएं बनाती हैं, लेकिन आमजन तक प्रभावी क्रियान्वयन उस स्तर पर नहीं हो पा रहा। योजनाओं में इनोवेशन की जरूरत महसूस की गई। उसे आमजन तक प्रसारित करने का तरीका भी बदलना जरूरी माना।
• पॉलिसी बनाने में भूमिका रहेगी।
• योजनाओं और कार्यक्रमों में नवाचार बताएंगे। ज्यावा से ज्यादा लोगों तक प्रसारित करने का प्लान बनाएंगे।
• सरकारी कार्यक्रमों का विश्लेषण और सुधार के लिए सुझाव।
• सर्विस डिलीवरी के लिए इकोसिस्टम तैयार करना, इससे युवाओं को जोड़ना।
Published on:
28 Nov 2024 10:06 am
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