स्वच्छ सर्वेक्षण में किरकिरी होने के बाद भी ग्रेटर नगर निगम के अधिकारियों की नींद नहीं टूट रही है। सात दिन में 25 ओपन कचरा डिपो ही निगम सीमा क्षेत्र से हट पाए हैं। जबकि, 29 जनवरी को बैठक में स्वास्थ्य शाखा के उपायुक्त नवीन भारद्वाज ने सात दिन में ग्रेटर निगम को ओपन कचरा डिपो मुक्त करने का दावा किया था।
सोमवार को मुख्यालय में सफाई व्यवस्था की बैठक लेने स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक सुरेश ओला पहुंचे। तब अधिकारियों ने बताया कि 648 में से 284 ओपन कचरा डिपो खत्म कर दिए हैं। पिछली बैठक में यह संख्या 259 थी।
सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर ओला बेहद गंभीर दिखाई दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ऑफिस से बाहर निकलो। इस पर अधिकारी बोले कि निकल रहे हैं। तो ओला ने कहा कि मुझे सब पता है। मैं बताने आया हूं।
बैठक में आयुक्त रूकमणी रियाड़, अतिरिक्त आयुक्त जनार्दन शर्मा सहित जोन एवं मुख्यालय उपायुक्त मौजूद रहे।
ये निर्देश भी दिए
– सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, सुलभ शौचालयों की सफाई व्यवस्था और डिवाइडर के दोनो ओर सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
-रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था की निगरानी की जाए। शहर में लगे अवैध पोस्टर और बैनर भी हटवाए जाएं।