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पचरंगा झण्डा महाराजा के जयपुर में होने का देता था संकेत

नाहरगढ़ और सिटी पैलेस पर पचरंगा झंडा लहराता और जयगढ़ की दिया बुर्ज पर जलती मशाल की रोशनी दूर तक नजर आती। इसे देख प्रजा को संकेत मिलता कि महाराजा जयपुर में निवास कर रहे हैं। सन 1927 में बिजली आने के बाद सिटी पैलेस और नाहरगढ़ किले पर लाल बत्ती जलाई जाने लगी।

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जयपुर

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Shipra Gupta

Jun 04, 2023

जयसिंह को सवाई की उपाधि मिली तब पचरंगे झंडे पर तिकोनी झंडी लगाने लगे थे। पर्यटन अधिकारी रहे गुलाब सिंह मिठड़ी के मुताबिक राम राज्य की परंपरा के तहत आमेर के सफेद झण्डे में कचनार के झाड़ का निशान था। उसी झाड़ की वजह से जयपुर की मुद्रा झाड़शाही कहलाई । आमेर नरेश मानसिंह प्रथम के विश्वस्त और चौमू सामोद के सामंत मनोहर दास नाथावत ने काबुल के पांच राज्यों को जीत कर पचरंगा झंडा बनाया था ।