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Video: नाहरगढ़ सुसाइड: ‘पद्मावती‘ और ‘अल्लाह के बंदे हैं हम‘ में उलझी पुलिस? दोस्तों के यहां जाने की कहकर घर से निकला था चेतन

शाम को करीब 5.30 बजे पत्नी से बात हुई, लेकिन उसके बाद परिजनों से कोई सम्पर्क नहीं हो पाया...

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जयपुर

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Dinesh Saini

Nov 24, 2017

Nahargarh Suicide

जयपुर। नाहरगढ़ फोर्ट के परकोटे से लटके व्यक्ति की मौत पर अभी तक सस्पेंस बरकरार है। मृतक चेतन सैनी नाहरी का नाका का रहने वाला था और शाम को दोस्तों के यहां जाने की बात कहकर घर से निकला था। शाम को करीब 5.30 बजे पत्नी से बात हुई, लेकिन उसके बाद परिजनों से कोई सम्पर्क नहीं हो पाया।

डीसीपी नॉर्थ सत्येंद्र सिंह ने बताया कि मामले का जल्द खुलासा हो, इसके लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। जांच पूरी होने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ओने के बाद ही खुलासा हो सकेगा। गढ़-गणेश मंदिर की ओर बने कंगूरे पर शव लटक रहा था। लोगों ने देखकर इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने के बाद वहां शव उतारने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। सिविल डिफेंस की टीम ने पहुंचकर पुलिस के सहयोग से शव को उतारा गया। हालांकि जिस तरह से शव लटक रहा था और वहां के साक्ष्य हत्या की ओर इशारा कर रही है।

हत्या की ओर इशारा करने वाले तथ्य
- जिस प्वॉइंट पर मृतक लटक रहा है, वहां तक रात में कोई अकेला जाने से पहले सोचेगा। ऐसे में एक से अधिक व्यक्ति होने की संभावना है।

- मरने से पहले व्यक्ति ने 15 से अधिक वाक्य पत्थरों पर कोयले से लिखे हैं, ऐसे में जब उसको उतारा गया तो उसके हाथ पर कोयले का कोई निशान नहीं मिला।

- जो वाक्य लिखे हैं उनमें मृतक के लिए मारा गया शब्द का प्रयोग किया। ऐसे में कोई व्यक्ति अपने लिए मारा गया क्यों लिखेगा?

- जब सिविल डिफेंस के लोगों ने नसेनी (लकड़ी की सिढ़ी) के सहारे प्राचीर की ओर उतरे तो कंगूरे में बंधी रस्सी खोलनी पड़ी। ऐसे में चेतन सस्सी बांधकर कैसे कूदा होगा।

- इनके क्या मायने निकाले जाएं इस्लाम जिंदाबाद, अल्लाह हु अकबर चेतन तांत्रिक मारा गया, हम सिर्फ पुतला लटकाते, लुटेरे नहीं अल्लाह के बंदे हैं हम, अपने मिशन पर निकले हैं धरती का रंग बदल देंगे, अल्लाह-अल्लाह - हम काफिर को मारेंगे

- ये तो सिर्फ झांकी है, बहुत अभी तो बाकी, हमे लुटेरा कहने वालो, अल्लाह इंसाफ करेगा, हर काफिर अब मरेगा, लुटेरे नहीं अल्लाह के बंदे हैं, एक-एक दस-दस पर भारी है पद्मावती।

इन वाक्यों को देखकर लगता है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। वहीं जिन लोगों ने चेतन की हत्या की है। उन लोगों ने आगे भी हत्या की आशंका जताई है। जिस तरह से हत्या करने के बाद शव को लटकाया है, उससे शहर में दशहत फैलाने की भी है।