दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एक बार फिर वन विभाग की टीम ने पैंथर को रेस्क्यू करने में सफलता हासिल की। इस बार पैंथर देखा गया महेंद्रा सेज के पास पालड़ी परसा गांव में, जहां उसने एक 16 साल के बालक पर हमला किया। हमले में घायल बालक को अस्पताल पहुंचाने के साथ ही वन विभाग को इसकी सूचना दी, जिस पर वन्यजीव चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर अपनी रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तकरीबन दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पैंथर को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू करने में सफलता हासिल की। लेपर्ड के रेस्क्यू होने के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। इस प्रकार आबादी क्षेत्र में वन्यजीवों के आने का यह पहला मामला नहीं है।इससे पूर्व भी कई बार वन्यजीव आबादी क्षेत्र में रुख कर चुके हैं।