सन् 1911 में अंग्रेजों ने अपनी राजधानी को कोलकाता से दिल्ली में स्थानांतरित किया था। तब संसद, राष्ट्रपति भवन और सचिवालय आदि इमारतों के लिए जयसिंहपुरा की भूमि का अधिग्रहण कर किया गया था। इसके बदले में माधो सिंह द्वितीय को गुड़गांव और रेवाड़ी के आस पास गांव दिए गए।
इतिहास के जानकार सिया शरण लश्करी के मुताबिक जयपुर की जमीन पर वायसराय हाउस जो आज राष्ट्रपति भवन है। आजादी के बाद कॉन्सिल हाउस को संसद भवन बनाया गया। इंडिया गेट के अलावा नॉर्थ व साउथ ब्लॉक आज सचिवालय की इमारतें है। भूमि देने पर खुश होकर अंग्रेज़ सरकार ने सवाई माधो सिंह को उपाधियां भी प्रदान की।