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पत्रिका की खबर का असर: आखिरकार मदरसा बोर्ड को मिले सदस्य, सरकार ने 11 को किया मनोनित

राजस्थान मदरसा बोर्ड ( Rajasthan Madarsa Board ) में सरकार ने 11 सदस्यों की नियुक्ति आखिरकार कर दी है। बोर्ड के प्रशासनिक कामकाज में अब तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है। दरअसल, पत्रिका ने 16 जुलाई को '16 माह पहले सदस्यों की घोषणा, नियमों की अनदेखाी से अधरझूल में मामला' शाीर्षक से खबर प्रकाशित की थी।

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जयपुर

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Abdul Bari

Sep 17, 2023

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जयपुर. राजस्थान मदरसा बोर्ड ( Rajasthan Madarsa Board ) में सरकार ने 11 सदस्यों की नियुक्ति आखिरकार कर दी है। बोर्ड के प्रशासनिक कामकाज में अब तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है। दरअसल, पत्रिका ने 16 जुलाई को 'राजस्थान मदरसा बोर्ड: घोषणा के बावजूद 16 माह बाद भी नसीब नहीं हुए सदस्य, अधरझूल में 2 लाख बच्चों की पढ़ाई' शाीर्षक से खबर के माध्यम से इस मुद्दे को उठाया था। खबर में बताया गया था कि सरकार ने बोर्ड के एक्ट की अनदेखी करते हुए फरवरी 2022 में सात सदस्यों की घोषणा की थी। लेकिन नियमों की अड़चन के कारण यह घोषणा अमलीजामा नहीं पहन पाई।

सरकार बनने के साढ़े चार साल बाद अब नए सिरे से सदस्यों की नियुक्ति के आदेश जारी किए गए हैं। खास बात यह है कि पूर्व में जिन सात सदस्यों की घोषणा की गई थी, उनमें से 5 को ही सदस्य बनाया गया है जबकि दो को जगह नहीं मिली। बोर्ड के सचिव सैयद मुकर्रम शाह ने बताया कि सदस्यों की नियुक्ति होने के बाद मदरसा पाठ्यक्रम, परीक्षाओं का संचालन, मदरसों की विभिन्न समस्याओं और बजट संबंधी मामलों समेत अन्य कार्यों में तेजी आएगी।

'अब शिक्षकों की कमी दूर करे सरकार'
ईदगाह स्थित मदरसा जान मोहम्मद के अध्यक्ष मोहम्मद हुसैन और नाहरी का नाका स्थित मदरसा जामिया तैयबा के सचिव कारी मोहम्मद इस्हाक का कहना है कि सरकार ने मदरसा बोर्ड में सदस्यों की नियुक्ति तो कर दी है उसके लिए शुक्रिया। लेकिन अब मदरसा शिक्षा अनुदेशक की भर्ती भी जल्द से जल्द पूरी हो। ताकि मदरसों में शिक्षकों की कमी दूर हो सके।

इन 11 को बनाया गया मेंबर: जयपुर से सेवानिवृत प्रोफेसर नईम, आएशा परवीन और शाहिस्ता रिजवी, सीकर से हसन महमूद कासमी, अजमेर से अयूब कासमी, अलवर से मुफ्ती माहेम्मद और सायरा बेयम, जोधपुर से रहमतुल्लाह कासमी और मोहम्मद अतीक, बीकानेर से सलीम सोढा और चूरू से लाल मोहम्मद।

इनका कहना है...

-सरकार बनने के साढ़े चार साल बाद भी मदरसा बोर्ड को सदस्य नहीं मिले थे। लेकिन पत्रिका में खबर प्रकाशित होते ही विभाग में हलचल शुरू हुई और सदस्य बना दिए गए। हम पत्रिका के शुक्रगुजार हैं।
रफीक गारनेट, अध्यक्ष मदरसा अल फलाह तंजीम
(मदरसा संचालकों का संगठन)

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-मदरसा बोर्ड में सदस्यों की नियुक्ति होने से अब कामकाज में तेजी आएगी। पत्रिका समय-समय पर मदरसों की समस्याओं पर खबर प्रकाशित कर सरकार और जिम्मेदारों का ध्यानाकर्षित करता है। इसके लिए पत्रिका को साधुवाद।
एमडी चौपदार
अध्यक्ष, राजस्थान मदरसा बोर्ड

फाइल फोटो

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