ललित मोदी प्रकरण में भाजपा और उसके तमाम नेता मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बचाव में आकर उन्हें क्लीन चिट देने में लगे हैं। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके पुत्र वैभव गहलोत पर लग रहे आरोपों पर कांग्रेस नेता ज़्यादा कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर पीसीसी चीफ सचिन पायलट ललित मोदी विवाद पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की भूमिका पर प्रकाश डालने और उनपर हल्ला बोलने के लिए मीडिया से मुखातिब हुए थे।
लेकिन इस दौरान जब पायलट से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके बेटे वैभव पर लग रहे आरोपों पर सवाल किया गया तो उन्होंने इसे भाजपा का बचाव के लिए उठाया गया कदम बताकर कन्नी काटनी चाही।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस सम्बन्ध में गहलोत खुद सफाई दे चुके हैं। साथ ही उनपर लगे आरोपों की उन्होंने सिटिंग जज से जांच करवाने की भी बात का हवाला दिया।
ये पूछे जाने पर कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री और उनके बेटे पर लग रहे आरोपों पर पार्टी उनके साथ है, इसपर उन्होंने जवाब को ताल सा दिया। बार-बार पूछे जाने पर पायलट ने कहा कि पार्टी एकजुट है।
गौरतलब है कि गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और उनकी कंपनी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय में शिकायत दर्ज कराई गई है। वैभव पर खुद की कंपनी बनाकर उसी कंपनी को ज्यादा भावों में शेयर बेचने के आरोप है।