पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना भाजपा शासनकाल में हुई थी। पिछली सरकार के समय ही मामले की तफ्तीश हुई और उसी आधार पर चार्जशीट पेश की गई। उन्होंने कहा कि अब हमारा काम है देखने का है कि तफ्तीश कैसी हई है, और दोषियों को जरूर सजा मिले। अगर तफ्तीश में गड़बड़ पायी गई तो हम वापस जांच कराएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भाजपा सरकार के शासन काल में घटना घटित हुई। जिसकी हमने उस समय निन्दा की। किसी को हक नहीं है किसी को मारने का, कानून तोडऩे का। जो कानून तोड़ा गया उनको सजा मिलनी चाहिए। हमारा रूख पहले भी यह था वही आज भी है। हमारा स्टेंड नहीं बदला है। कांग्रेस और राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) का आज भी वहीं स्टेंड है। ऐसे लोग जो कानून तोड़ते हैं, गौ रक्षा के नाम पर हिंसा और हत्या करते हैं हम ऐसे लोगों को छोडऩे वाले नहीं है। अभी मामला कोर्ट के अंदर है। हम दोषियों को सजा जरूर दिलाकर रहेंगे। ऐसी सजा दिलाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा ना हो।
गौरतलब है कि 2 अप्रेल 2017 को बहरोड़ हाईवे पर पहलू खां और कुछ लोग दो पिकअप में गोवंश लेकर जा रहे थे, कुछ लोगों ने उनका पीछा किया और उनके साथ मारपीट कर दी। मारपीट के बाद गंभीर घायल पहलू खां को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी।